मंडप में जाने से पहले दूल्हे ने बारात सहित किया मतदान, कही ये बात
Shimla news, शिमला। हिमाचल प्रदेश की मनाली के बूथ संख्या 8 पर एक दूल्हे ने बारातियों सहित मतदान किया। बारात को कुछ और दूर जाना था, लेकिन लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए दूल्हे ने मतदान करना ज्यादा जरूरी समझा। ज्यादातर बारातियों ने भी इस दौरान अपना मतदान किया। इसी बीच कुछ लोग मंडप में पहुंचने में देरी होने की बात करते रहे, लेकिन दूल्हे ने कहा कि मतदान किसी भी महत्वपूर्ण कार्य से अधिक जरूरी है।
110 साल की शाड़ी देवी ने वोट डालकर दिया संदेश
बंजार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत शाक्टी मतदान केंद्र पर जिले की सबसे उम्रदराज महिला 110 वर्षीय शाड़ी देवी ने वोट डालकर समाज को मतदान के महत्व का संदेश दिया। कुल्लू के अप्पर सुलतानपुर बूथ में 105 वर्षीय शमशेर कपूर ने भी मतदान किया। घर से सड़क तक इन्हें व्हील चेयर पर लाया गया और फिर वाहन से मतदान केंद्र तक पहुंचे जहां उन्होंने मतदान से पूर्व मौजूद सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसी प्रकार, कुल्लू के ही बदाह बूथ पर 102 साल की टुलकी देवी को वोट डालने के लिए लाया गया। जिले में 13 शतकवीरों में से अधिकांश ने अपना वोट डालकर अन्य नागरिकों को संदेश दिया। इन सभी वयोवृद्ध मतदाताओं को मतदान केंद्र पर सम्मानित करने की जिला निर्वाचन अधिकारी ने व्यवस्था की थी।
100 फीसदी विकलांग ने किया मतदान
मनाली विधानसभा के तहत 57-कटराई बूथ पर 100 फीसदी विकलांग महिला मतदाता ने अपना वोट डाला। महिला को व्हील चेयर में मतदान केंद्र तक पहुंचाया गया। लोगों के लिए यह क्षण प्रेरण भरा था। मतदान केंद्र पर सभी लोगों ने उसका स्वागत और उत्साहवर्द्धन किया। गौरतलब है कि जिले में विशेष रूप से सक्षम कुल 2267 मतदाता हैं और इनमें लगभग सभी अपने मत का प्रयोग करें, इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने विशेष प्रबंध और सुविधाओं को उपलब्ध करवाया है।
नियंत्रण कक्ष से की ऑनलाइन निगरानी
जिला निर्वाचन अधिकारी यूनुस रविवार सुबह 6 बजे से ही जिला मुख्यालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष से जिले में सभी मतदान केंद्रों की जांच करते दिखे। वह बारीकी से मतदान केंद्रों की गतिविधियों का जायजा लेते रहे। जिले में 90 मतदान केंद्रों की वैबकास्टिंग करवाई गई। वह प्रत्येक दो घंटे बाद मतदान की रिपोर्टिंग मतदान केंद्रों से लेते रहे। बता दें, पीठासीन अधिकारियों को फोन या एसएमएस के माध्यम से मतदान केंद्र की हर गतिविधि का ब्यौरा नियंत्रण कक्ष तक पहुंचाने के पहले ही निर्देश जारी किए गए थे।
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