किन्नौर: ग्लेशियर में दबे 5 जवानों का कुछ पता नहीं चला, भारी बर्फबारी से रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा
Shimla News, शिमला। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भारत-चीन सीमा से सटे नामज्ञा में गश्त के दौरान दबे पांच जवानों को खोजने में खराब मौसम बड़ी बाधा बन गया है। किन्नौर में लगातार हो रही भारी बर्फबारी से जवानों के रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना और आईटीबीपी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
बचाव कार्य में आ रही है दिक्कतें
किन्नौर जिला प्रशासन गुरुवार सुबह 7 बजे से से दोबारा रेस्कयू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। राहत-बचाव कार्य में और दिक्कतें आ सकती हैं, क्योंकि क्षेत्र में करीब 4 इंच बर्फबारी और हो चुकी है। अब भी क्षेत्र में बर्फबारी हो रही है और इसी बर्फबारी के बीच राहत-बचाव कार्य चल रहा है। किन्नौर की लोक संपर्क अधिकारी ममता नेगी ने बताया कि बीती रात से इलाके में बारिश हो रही है। जिससे राहत व बचाव कार्य में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्लेशियर गिरने से फंस गए थे जवान
किन्नौर जिले में तिब्बत सीमा के निकट पूह ब्लॉक के तहत डोगरी (नमज्ञा) क्षेत्र में बुधवार सुबह ग्लेशियर गिर गया था। इसकी चपेट में सेना की सात जैक राइफल के छह जवान आ गए थे। इनमें से एक जवान की मौत हो गई। पांच जवान अब भी लापता हैं। ग्लेशियर में दबे तीन जवान हिमाचल के और एक-एक जवान उत्तराखंड व जम्मू-कश्मीर का बताया जा रहा है।
पांच जवान लापता
बुधवार सुबह सेना के 12 और आईटीबीपी के 4 जवान नमज्ञा से शिपकिला के पास पेयजल लाइन को दुरुस्त करने के लिए 11 बजे के करीब निकले थे। आर्मी के छह जवान जब नाले में काफी आगे निकल गए तभी हिमस्खलन हो गया। इस हिमस्खलन में जवान राकेश की मौत हो गई जबकि पांच जवान नायक विदेश चंद, गोविंद बदादुर छत्री, राजेश रिषी, अर्जुन कुमार व नितिन राणा अभी भी लापता हैं। इसके अलावा आईटीबीपी के 4 जवान घायल हुए हैं जिनका इलाज जारी है औ आर्मी के 6 अन्य जवान भी सुरक्षित हैं।