महाशिवरात्रि: हिमाचल के बैजनाथ धाम में उमड़ा आस्था का ज्वार, हर-हर महादेव से गूंजा शिवालय
shimla news, शिमला। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर देशभर के शिवालयों में अपने अराध्य देव की पूजा अर्चना के लिये श्रद्धालु जुटे हैं, वहीं इसी तरह हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के प्रसिद्ध बैजनाथ धाम में अर्द्धनारीश्वर के रूप में विराजमान भगवान शंकर के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। पूरा नगर भोले के जयकारों से गूंज रहा है। यहां बड़ी तादाद में श्रद्धालु सुबह से ही जुटे हैं। नाचते गाते श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के जयकारों से महौल को भक्तिमय बना रहे हैं।
श्रद्धालुओं के लिये खास इंतजाम
जिला प्रशासन ने यहां देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये खास इंतजाम किए हैं। ताकि किसी भी श्रद्धालु को दर्शन के लिए कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को चाक चौबंद किया गया है। असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिये क्लोज सर्किट कैमरे लगाए गए हैं।
बैजनाथ शिव मंदिर में भक्तों का तांता
यूं तो सालभर यहां बड़ी तादाद में शिवभक्त अपने अराध्य देव की पूजा अर्चना के लिए यहां आते हैं लेकिन, महाशिवरात्रि के दिन यहां विशाल मेला लगता है। जो चार दिन तक चलता है। मेले की शुरुआत आज कांगड़ा के सांसद शांता कुमार द्वारा किया गया। बड़ी तादाद में श्रद्धालु यहां दर्शन के लिये उमड़े हैं। जिससे बम-बम भोले के उद्घोष से बैजनाथ नगर शिवमयी हो गया है। दरअसल हिमाचल प्रदेश के बैजनाथ शिव मंदिर में ही रावण ने घोर तपस्या की थी, यहीं उन्हें दशानन होने का वरदान मिला था। तो महाभारत काल में पांडवों ने इस मंदिर का निर्माण कराया था। प्राचीनकाल से ही इस मंदिर के बारे में कई किस्से कहानियां बताई जाती हैं। बैजनाथ मंदिर पर ही बैजनाथ नगर का नामकरण हुआ।
मेले में बढ़ी भीड़
बैजनाथ मंदिर में स्थित अर्धनारीश्वर शिवलिंग देश के विख्यात एवं प्राचीन ज्योतिर्लिंग में से एक है। हिमाचल सरकार की ओर से बैजनाथ मंदिर में मनाए जाने वाले शिवरात्रि मेले के महत्व को देखते हुए, इसे राज्य-स्तरीय मेले का दर्जा प्रदान किया गया है। हिन्दू धार्मिक ग्रन्थ शिवपुराण में ‘शिवरात्री' का बहुत महत्व है, जिसे हर वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुदर्शी को शिवरात्री पर्व पूरे देश में श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है।
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