भाजपा को तगड़ा झटका, तीन बार सांसद रहे कद्दावर नेता कांग्रेस में हुए शामिल
Shimla news, शिमला। हिमाचल भाजपा को राजनैतिक झटका लगा, जब प्रदेश से तीन बार लोकसभा सांसद व प्रदेश भाजपा की कमान संभाल चुके सुरेश चंदेल भाजपा को छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। चंदेल के कांग्रेस में जाने से हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर के लिये मुसीबतें पैदा होंगी। यही वजह है कि अब हमीरपुर का चुनाव खासा दिलचस्प हो गया है।
राहुल गांधी की मौजूदगी में हुए कांग्रेस में शामिल
चंदेल का इस कदर कांग्रेस में जाना धूमल परिवार और अनुराग ठाकुर के लिये नुकसान रहेगा, बल्कि यह केन्द्रिय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के लिये भी झटका है। चंदेल नड्डा के ही चुनाव क्षेत्र से आते हैं। सोमवार को नई दिल्ली में सुरेश चंदेल ने अपने बेटे के साथ राहुल गांधी व पार्टी प्रभारी रजनी पाटिल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने वाले पंडित सुखराम के बाद दूसरे बड़े नेता हैं। चंदेल के कांग्रेस में जाने से हिमाचल भाजपा को अच्छा खासा नुकसान हो सकता है।
हमीरपुर सीट से दो ठाकुर में होगा मुकाबला
इससे पहले चंदेल हमीरपुर से कांग्रेस टिकट पाने के लिये प्रयास कर रहे थे। लेकिन उनके बजाये राम लाल ठाकुर को कांग्रेस ने मैदान में उतारा तो लगने लगा था कि अब शायद ही चंदेल कांग्रेस ज्वाइन करें। लेकिन विपरीत इसके उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम कर अनुराग ठाकुर के लिये मुश्किल हालात पैदा कर दिये हैं। चंदेल का हमीरपुर संसदीय चुनाव क्षेत्र में अच्छा खासा प्रभाव रहा है। हिमाचल भाजपा के अध्यक्ष और हमीरपुर से तीन बार सांसद रहे हैं। और 1998 से 2000 तक प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे हैं। उनका इलाके के राजपूत वोटरों में अच्छा खसा जनाधार है। यही वजह है कि पिछले अरसे से यह कोशिश की जा रही थी कि चुनावों के दौरान चंदेल कांग्रेस में न जायें। हिमाचल की हमीरपुर सीट अपने आप में खास अहमियत रखती है। यहां से भाजपा ने मौजूदा सांसद अनुराग ठाकुर जो प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे हैं,को मैदान में उतारा है। अनुराग ठाकुर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं। हमीरपुर से भाजपा ने उन्हें एक बार फिर मैदान में उतारा है।
तीन बार सांसद रहे चंदेल
दरअसल, अनुराग ठाकुर संदन के अंदर व बाहर हमेशा ही गांधी परिवार के खिलाफ मुखर रहे हैं। यही वजह है कि कांग्रेस आलाकमान इस बार अनुराग ठाकुर के खिलाफ मजबूत प्रत्याशी की तालाश में था। जिसके चलते पार्टी ने एक ओर राजपूत प्रत्याशी के तौर पर राम लाल ठाकुर को टिकट दिया तो दूसरी ओर चंदेल को भी गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि एक समझौते के तहत चंदेल कांग्रेस में आये हैं। जिसके तहत चंदेल की सेवायें कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर लेगी तो दूसरी ओर बिलासपुर से उनके परिवार को कांग्रेस अगले विधानसभा चुनाव में टिकट देगी।
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