लोकसभा चुनाव 2019: हिमाचल में भाजपा ने दो सांसदों के टिकट काटे, दो विधायकों को मैदान में उतारा
Shimla news, शिमला। भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल प्रदेश से अपने दो मौजूदा सांसदों शांता कुमार व वीरेंद्र कश्यप का टिकट काट कर शिमला व कांगड़ा से नये प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। जबकि हमीरपुर से अनुराग ठाकुर व मंडी से रामस्वरूप शर्मा के टिकट बरकरार रहे हैं। दिल्ली में संपन्न केंद्रीय चुनाव समिति व प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ बैठक के बाद इस बात का फैसला लिया गया है। अब प्रत्याशियों की घोषणा होना ही बाकी है, जो किसी भी समय हो सकती है। भाजपा ने अपने चारों उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार शुरू करने को कहा है।
चुनावी मैदान से हटने की घोषणा कर चुके थे शांता कुमार
पार्टी की ओर से उम्र के फार्मूले की जद में शांता कुमार आये हैं। हालांकि, उन्होंने बीते दिन ही चुनाव मैदान से हटने की घोषणा कर दी थी, लेकिन शांता कुमार चाह रहे थे कि कांगड़ा से पार्टी का उम्मीदवार उनकी पसंद का हो। शांता कुमार राजीव भारद्वाज की पैरवी कर रहे थे, लेकिन इस मामले में उनकी दलील को अनसुना करते हुये पार्टी ने प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री किशन कपूर को मैदान में उतारने का फैसला लिया है। लंबी माथापच्ची के बीच इससे पहले दूलो राम का नाम भी उभर कर सामने आ रहा था। दूलो राम मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की पसंद बताये जा रहे हैं। वहीं, संगठन मंत्री पवन राणा भी दूलो राम को ही चाह रहे थे।
कपूर की धूमल के साथ बढ़ी नजदिकियां
लेकिन अंत में इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की चली व कांगड़ा से उनकी पसंद के किशन कपूर को टिकट मिला है। कपूर एक समय शांता कुमार के खासमखास रहे हैं, लेकिन इन दिनों धूमल के साथ उनकी नजदिकियां बढ़ी हैं। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद किशन कपूर का नाम मंत्रियों की सूची से बाहर कर दिया गया था। लेकिन अंतिम समय में धूमल ने कपूर के नाम की पैरवी की और शपथ ग्रहण से कुछ देर पहले किशन कपूर का नाम मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले नेताओं में शामिल किया गया था। अब यह दूसरा मौका है कि प्रेम कुमार धूमल ने किशन कपूर को कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से टिकट देने के लिए खुलकर पैरवी की। यह पहला मौका होगा जब हिमाचल में गद्दी समुदाय के नेता को लोकसभा प्रत्याशी बनाया गया है।
गद्दी समुदाय से आते हैं किशन कपूर
मौजूदा हिमाचल विधानसभा में किशन कपूर सबसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं में शामिल हैं। कपूर का नाम उन नेताओं में लिया जाता है जब प्रदेश में एक समय भाजपा के केवल सात विधायक चुनकर आए थे। उस समय से लेकर अब तक किशन कपूर विधानसभा में तीन बार कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं। वह गद्दी समुदाय से आते हैं और कांगड़ा की राजनिति में उनकी अलग पहचान है।
वीरेंद्र कश्यप की जगह विधायक सुरेश कश्यप को टिकट
वहीं, शिमला से वीरेंद्र कश्यप की जगह सिरमौर के पच्छाद से विधायक सुरेश कश्यप को टिकट दिया गया है। सुरेश कश्यप जातिगत समीकरणों के साथ-साथ पूर्व सैनिक होने के नाते सैनिकों के वोटों को भी प्राप्त कर सकते हैं। गौरतलब है कि पहले ऐसा माना जा रहा था कि हिमाचल प्रदेश के मौजूदा सांसदों को ही मैदान में उतारा जाएगा, लेकिन बद्दी में भाजपा कोर कमेटी की बैठक के बाद समीकरण बदले।
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