रेस्क्यू टीम को 22वें दिन बर्फ में दबे मिले आखिरी दो शहीद जवान के शव, ग्लेशियर में फंसे थे 5 जवान
Shimla news, शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर में शिपकिला दर्रे के पास भारत तिब्बत सीमा पर नमज्ञा डोगरी में लापता सेना के दो जवानों के शव को 22 वें दिन गुरुवार को रेस्कयू टीम को मिल गए। यहां ग्लेशियर खिसकने से भारतीय सेना के छह जवान शहीद हुये हैं, जिनमें तीन के शव पहले बरामद हो चुके हैं, जबकि दो जवान लापता थे,जो आज बर्फ में दबे मिले। जबकि एक जवान हादसे के समय ही शहीद हुआ था। शहीद जवानों की पहचान जम्मू कश्मीर राइफल के कुल्लू जिले के निरमंड के विदेश ठाकुर और जम्मू के अर्जुन के रूप में हुई है। जवानों के शवों को निकालने के बाद पूह में पोस्टमॉर्टम के लिये लाया गया जिसके बाद इन्हें पैतृक गांव में भेजा जायेगा।
बता दें कि कि नमज्ञा डोगरी मे हिमस्खलन में सेना के पांच जवान ग्लेशियर की चपेट में आने के बाद लापता हो गए थे। इसमें से तीन जवान हिमाचल और 1-1 जवान पश्चिम बंगाल और जम्मू का रहने वाला था। हिमस्खलन वाले दिन ही एक जवान शहीद हो गया था। हादसे में सेना के कुल छह जवान शहीद हुए । इस बीच, सीएम जयराम ठाकुर ने दोनों शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने अपने ट्विटर संदेश में कहा है कि भगवान दिवंगत आत्मा को शांति दें तथा शोकग्रस्त परिवार को इस असहनीय दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करें। सीएम ने कहा कि सरकार दु:ख की इस घड़ी में शहीद परिवारों के साथ हैं।
बता दें कि बता दें कि शिपकिला बॉर्डर से लगते नामज्ञा डोगरी के पास 20 फरवरी को ग्लेशियर खिसकने से नियमित गश्त पर निकले जम्मू-कश्मीर राइफल्स के 16 सैनिकों में से छह बर्फ में दब गए थे। हादसे में दबे हवलदार राकेश कुमार (41) को बाहर निकाल लिया गया पर वह शहीद हो गए। उसके बाद से लगातार सर्च ऑपरेशन जारी था। 2 मार्च को राजेश ऋषि निवासी जोंघो जगतपुर नालागढ़, सोलन का शव मिला था और उसके बाद नितिन राणा व पं बंगाल के गोविंद छेत्री का शव बरामद हुआ था। उसके बाद से लगातार सर्च ऑपरेशन में लापता जवानों को ढूंढ़ने में 300 से अधिक लोग जुटे रहे। इनमें सेना, पुलिस,आटीबीपी, ग्रेफ,डीआडीओ और स्थानीय लोग शामिल रहे। आज 22 वें दिन दो लापता जवानों को ढूंढ़ने में कामयाबी मिली।
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