बर्फ में दबा मिला जवान गोविंद छेत्री का शव, ग्लेशियर में 3 अभी भी लापता
Shimla news, शिमला। चीन सीमा से सटे हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर के पास शिपकिला के पास नमज्ञा के डोगरी नाले मेंमें 20 फरवरी को ग्लेशियर खिसकने पर चपेट में आए भारतीय सेना के एक और जवान का शव निकाल लिया गया है। जवान के शव को सेना की ओर से पोस्टमॉर्टम के लिये पूह लाया गया है। उसके बाद पार्थिव शरीर को पैतृक गांव भेजा जायेगा।
सर्च ऑपरेशन में 13 दिनों से जारी
सेना की ओर से चलाये जा रहे सर्च अभियान के 13 वें दिन सोमवार को मिले जवान की पहचान गोविंद छेत्री का पैतृक गांव जिला बिनागुरी पश्चिम बंगाल के रूप में हुई है,जो जम्मू कश्मीर राइफल का जवान है। किन्नौर के जिलाधीश गोपाल चंद ने बताया कि मंगलवार को शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद हवाई मार्ग से चंडीगढ़ से होते हुये पश्चिम बंगाल भेजा जाएगा।
3 जवान अभी भी लापता
उन्होंने बताया कि तीन और जवान अभी भी बर्फ में दबे हैं। जब तक सभी जवानों का पता नहीं लग जाता खोज अभियान जारी रहेगा। अब तक ग्लेशियर की चपेट में आये छह जवानों में से तीन जवानों के शव बरामद हो चुके हैं और तीन जवान अभी भी बर्फ में दबे हुए हैं। सेना ने इन जवानों की तलाश के लिए युद्ध स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है।
कुल 6 जवान बर्फ में फंसे
बता दें कि शिपकिला बॉर्डर से लगते नामज्ञा डोगरी के पास 20 फरवरी को ग्लेशियर खिसकने से नियमित गश्त पर निकले जम्मू-कश्मीर राइफल्स के 16 सैनिकों में से छह बर्फ में दब गए थे। हादसे में दबे हवलदार राकेश कुमार (41) को उसी दिन बाहर निकाल लिया गया था पर वह शहीद हो गए। सर्च ऑपरेशन के 11वें दिन एक ओर शहीद जवान राजेश ऋषि का शव बरामद हुआ था। इसी तरह से सोमवार को 13वें दिन पश्चिम बंगाल के जवान का शव बरामद हुआ है।
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