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मूसलाधार बारिश ने हिमाचल में मचाई तबाही, 490 करेाड़ का नुकसान, अब तक 24 लोगों की मौत

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शिमला। हिमाचल प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश ने प्रदेशभर में भारी तबाही मचाई है। बारिश ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। खराब मौसम के चलते प्रदेश में सामान्य जनजीवन ठप होकर रह गया है। नदी नाले उफान पर हैं, नदियां अपना रौद्र रूप दिखा रही हैं। अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है। कई सड़कें बंद हैं। लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। प्रदेश के छह जिलों में स्कूल कॉलेज सोमवार को बंद किए गए हैं।

बारिश ने 70 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा

बारिश ने 70 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा

प्रदेश में बारिश ने पिछले 70 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है। जानकारों का मानना है कि इतनी बारिश उन्होंने कई साल पहले देखी है। प्रदेश में जानलेवा बरसात के कहर से अब तक 24 जानें चली गई हैं। 59 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रदेश के नौ राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 877 सड़कों पर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है। कालका-शिमला और पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल ट्रैक मलबा और पेड़ गिरने से ठप रहे। प्रदेश के तीनों एयरपोर्ट गगल, भुंतर और शिमला में हवाई उड़ानें प्रभावित रहीं। अगस्त माह में लहौल घाटी में हो रही बर्फबारी की वजह से करीब 120 पर्यटक अभी भी फंसे हैं।

बारिश की वजह से 490 करोड़ का नुकसान

बारिश की वजह से 490 करोड़ का नुकसान

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बारिश की वजह से प्रदेश में 490 करोड़ का नुकसान हुआ है। शिमला जिले में अब तक 9 मौतें हो चुकी हैं, जबकि सोलन में पांच, सिरमौर व कुल्लू और चंबा में दो दो और ऊना व लहौल स्पिती में में भी दो दो लोग मारे गए हैं। खराब मौसम राहत एवं बचाव कार्य में रूकावट पैदा कर रहा है। सड़कों को बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। वहीं, गाद आने की वजह से नाथपा-झाकड़ी में बिजली उत्पादन बंद हो गया है। चाबा पावर हाउस जलमग्न होने से यहां भी बिजली उत्पादन ठप है।

सीएम ने दिए सुरक्षा के निर्देश

सीएम ने दिए सुरक्षा के निर्देश

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने और स्थानीय व पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटकों से नदियों से दूर रहने का आग्रह किया, क्योंकि फ्लैश फ्लड और भारी वर्षा के कारण पानी का स्तर बढ़ने की आशंका रहती है। उन्होंने कहा कि इस वर्षा ऋतु के दौरान राज्य को लगभग 490 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत दिवस और आज सुबह असामयिक बर्फबारी के कारण जिला लाहौल-स्पीति में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सभी महत्वपूर्ण सड़कों को समयबद्ध तरीके से मरम्मत करवाना सुनिश्चित करेगी ताकि प्रदेश के लोगों विशेषकर बागवानों को उनकी फसलों को बाजार तक पहुंचाने में असुविधा न हो। जय राम ठाकुर ने सभी उपायुक्तों को उनके जिलों के सभी शैक्षणिक संस्थानों को स्थिति के अनुसार समय पर बंद करवाने के निर्देश दिए, जिससे विद्यार्थियों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।

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English summary
24 killed in himachal pradesh heavy rain
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