कैराना में गठबंधन और कांग्रेस के दांव से बौखलाई भाजपा, प्रत्याशी घोषित करने में क्यों हो रही देरी?
Kairana news, कैराना। 2019 लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली उम्मीदवारों की सूची जारी की है। भाजपा की पहली सूची को लेकर लंबा इंतजार चला, जिसके बाद सूची जारी हुई। उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर कई बार पार्टी की बैठक भी हुई और अब पार्टी ने अपने 182 प्रत्याशी घोषित किए। जिनमें वेस्ट यूपी की केवल एक कैराना सीट को छोड़कर सभी पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया गया है। सहारनपुर से राघव लखन पाल लड़ेंगे, मुरादाबाद से कुंवर सर्वेश कुमार, मरेठ से राजेंद्र अग्रवाल, बागपत डॉ सत्यपाल सिंह, गाजियाबाद से वीके सिंह, नोएडा से महेश शर्मा, मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान के नाम की घोषणा की गई है। जबकि पश्चिम उत्तर प्रदेश की सबसे चर्चित लोकसभा सीट कैराना से अभी तक पहली लिस्ट में उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया गया है। अब ऐसे में कैराना लोकसभा सीट से उम्मीदवार के नाम का ऐलान ना करने पर राजनीतिक गलियारों में कई चर्चाएं चल रही हैं।
कौन-कौन हैं कैराना से बीजेपी के उम्मीदवार की दौड़ में
कैराना लोकसभा सीट से अगर बीजेपी के उम्मीदवारों के दौड़ की बात की जाए तो बीजेपी से पूर्व में सांसद रहे स्वर्गीय बाबू हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह, हरबीर मलिक, गंगोह से बीजेपी के विधायक प्रदीप चौधरी का नाम उम्मीदवारों की दौड़ में शामिल होना बताया जा रहा है। सूत्रों की अगर मानें तो गंगोह से बीजेपी के विधायक प्रदीप चौधरी के नाम पर चुनाव समिति की बैठक के बाद मुहर लग सकती है।
उम्मीदवार की घोषणा को लेकर क्यों हो रही देरी
कैराना लोकसभा सीट पूरे उत्तर प्रदेश में बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है और उप चुनाव में इस सीट पर बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा था तो लिहाजा बीजेपी नहीं चाहती कि इस बार भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़े। पिछली बार उप चुनाव में गठबंधन प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने बीजेपी के प्रत्याशी मृगांका सिंह को 44000 मतों से मात दी थी, उस दौरान कांग्रेस भी गठबंधन में शामिल थी।
कांग्रेस का जाट कार्ड
इस बार कांग्रेस ने अपना अलग प्रत्याशी मैदान में उतारा है वैसे तो कांग्रेस का कैराना लोकसभा सीट पर कोई खास असर नहीं है लेकिन कांग्रेस ने जो जाट कार्ड खेला है और कैराना से जाट प्रत्याशी हरेंद्र मलिक को मैदान में उतारा है जो कि पूर्व में भी सांसद रह चुके हैं और उनका कैराना लोकसभा सीट पर खासा असर है तो कहीं ना कहीं बीजेपी इस बात से भी बौखलाई हुई है जिसको लेकर प्रत्याशी की घोषणा करने में उसको देरी हो रही है।