VIDEO: हिमांशु ने अपनी पत्नी का जिक्र कर अजय पाठक पर लगाए गंभीर आरोप
शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में 31 दिसंबर को भजन गायक अजय पाठक, उनकी पत्नी, बेटे और बेटी के सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में गायक के शिष्य हिमांशु सैनी को गिरफ्तार किया है। इस दौरान पुलिस ने आरोपी हिमांशु को मीडिया के सामने पेश किया। मीडिया को दिए अपने बयान में हिमांशु ने अपनी पत्नी का जिक्र करते हुए भजन गायक अजय पाठक पर गंभीर आरोप लगाये है।
बैंक ने काट दी थी हिमांशु की आरसी
हिमांशु सैनी ने बताया कि, 'मैंने अपनी बहन की शादी के लिए पंजाब नेशनल बैंक से लोन लिया था। लोन लेने के बाद मैंने अपनी बहन की शादी की और महराज जी (अजय पाठक) को पैसा दिया। इस दौरान मैं उनके पास काम करता रहा, लेकिन बैंक की किश्त पूरी नहीं कर पाया। बैंक की किस्त पूरी न होने पर बैंक ने मेरी आरसी काट दी।' आरसी कटने के बाद हिमांशु ने महराज जी को बताई और अपने रुपए मांगे। बता दें कि बैंक ने हिमांशु को रुपए जमा करने के लिए पांच महीने का समय दिया था।
रुपयों के लेनदेन को लेकर हुआ था विवाद
हिमांशु की मानें तो महराज जी (अजय पाठक) ने उससे कहा अभी पांच महीने है, हो जाएगा तेरा काम। जब एक महीना रह गया तो मैंने महराज जी से कहा मुझे जेल होगी। क्योंकि अब एक महीना रह गया है, मुझे मेरा पैसा दे दो। रुपए मांगने पर महराज जी ने मारपीत और मेरे साथ अभद्रता कर दी। कुछ देरे बाद अकेले में ले जाकर महराज जी ने कहा दे दूंगा पैसे। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैरी पत्नी कल अपने घर चली जाएगी फिर तुम अपनी पत्नी को ले आना। इसके बाद पैसे दे दूंगा। हिमांशु सैनी ने मीडिया को बताया कि जब उन्होंने दो-तीन बार ये बात कही तो मुझे बहुत बुरा लगा।
रात 3 बजे दिया था घटना को अंजाम
हिमांशु ने बताया कि, 'मैं फिर भी महराज जी के घर पर ही रुका औऱ 3:00 बजे उठकर उसने पहली मंजिल पर बने कमरे में सो रहे अजय पाठक के ऊपर घर में ही मौजूद तलवार से कई वार कर उनकी हत्या कर दी। उसी कमरे में दवाई लेकर सोई हुई अजय की पत्नी स्नेहा के जागने पर उसको भी तलवार से वार कर मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद आरोपी हिमांशु को शक हुआ कि कहीं अजय पाठक की बेटी वसुंधरा और बेटा भागवत को इस हत्या की जानकारी ना हो जाए। इसलिए वह तुरंत इसी मंजिल पर दूसरे कमरे में सो रहे वसुंधरा और भागवत के कमरे में पहुंचा, जहां उसने वसुंधरा के ऊपर तलवार से हमला कर उसकी हत्या कर दी। इसी बीच भागवत के जागने पर उसका गला दबाकर उसकी भी हत्या कर दी थी।