यूपी बोर्ड की बड़ी लापरवाही, कॉमर्स स्टूडेंट को थमा दिया आर्ट का रिजल्ट, छात्र बोला- आत्महत्या कर लूंगा
Shamli news, शामली। यूपी बोर्ड की गलती से शामली का इंटरमीडिएट का छात्र सदमे में है। दरअसल छात्र ने पेपर तो कॉमर्स स्ट्रीम से दिए थे लेकिन उसे रिजल्ट आर्ट स्ट्रीम का थमा दिया गया। रिजल्ट आने के बाद से ही छात्र सदमे में है और उसके परिजन उसका पहरा दे रहे हैं कि कहीं छात्र कोई गलती ना कर बैठे।
छात्र सदमे में, परिवार दे रहा पहरा
आपको बता दें कि मामला जनपद शामली का है, जहां इंटरमीडिएट के छात्र सागर के रिजल्ट में यूपी बोर्ड द्वारा बहुत बड़ी गलती की गई है। सागर शहर के ही एक कॉलेज में इंटरमीडिएट का छात्र है और उसने इंटरमीडिएट की परीक्षा कॉमर्स साइड से दी थी जबकि उसे उसका रिजल्ट आर्ट स्ट्रीम का थमा दिया गया। जिसमें वह फैल भी कर दिया गया और लगातार तीन पेपरों में उसकी एपसेंट लगा दी गई। रिजल्ट आने के बाद से ही छात्र सदमे में है और छात्र के परिजन उसका लगातार पहरा दे रहे हैं कि कहीं छात्र इस सदमे में कोई गलती ना कर बैठे। छात्र के पास तमाम चीजें मौजूद हैं जिनसे साफ तौर पर यह पता चलता है कि वह कॉमर्स का छात्र है। छात्र के पास वह प्रवेश पत्र भी है जिसको दिखाकर परीक्षा दी जाती है। जिसपर की छात्र कौन सी साइड से परीक्षा दे रहा है और कौन-कौन से सब्जेक्ट उसके पास है, ये तमाम चीजें अंकित होती हैं। छात्र के पास पेपर के वह सेट भी हैं जो परीक्षा के दौरान उसे परीक्षा कक्ष में मिले थे जो कि कॉमर्स स्ट्रीम के हैं।
तीन विषय में कर दिया अनुपस्थित
पीड़ित छात्र सागर का कहना है कि उसने कॉमर्स के पेपर दिए थे लेकिन उसे आर्ट का रिजल्ट थमा दिया गया है। यह बोर्ड की बहुत बड़ी लापरवाही है। रिजल्ट में उसके हिंदी और इंग्लिश दो सब्जेक्ट तो मेच हो रहे हैं लेकिन तीन अन्य सब्जेक्ट जोकि ना कॉमर्स साइड के हैं और उन तीनों सब्जेक्ट में उसकी एब्सेंट लगा दी गई है। अब मुझे इंसाफ चाहिए और यदि मुझे इंसाफ नहीं मिला तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।
बोर्ड की बड़ी लापरवाही
पीड़ित छात्र के पिता मुकेश ने बताया कि हमारे बच्चे ने इस बार इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी जिसमें कि उसने कॉमर्स साइड की तैयारी की थी और उसी से पेपर दिए थे लेकिन जो रिजल्ट आया है वह आर्ट स्ट्रीम का है। बोर्ड ने छात्र के साथ धोखेबाजी की है और यह बच्चा पूरे साल पूरी मेहनत और लगन से पढ़ाई करता रहा और अंत में यह सब हुआ। हम अपने बच्चे को बार-बार समझा रहे हैं कि वह कोई गलत कदम ना उठाए और हम बोर्ड में भी जाएंगे उनसे भी बात करेंगे और जल्द ही इसका कुछ ना कुछ समाधान निकालेंगे। पीड़ित छात्र के पिता की मांग है कि बोर्ड जल्द से जल्द इसे दोबारा से सही कराए और हमारे बेटे का सही रिजल्ट घोषित करे।