Shahjahanpur: घर के बाहर से लापता हुई दो बच्चियां, एक का खेत में मिला शव तो दूसरी की हालत गंभीर
Shahjahanpur News, शाहजहांपुर। खबर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से है, यहां उस वक्त हड़कंप मच गया जब घर के बाहर खेल रही दो मासूम बच्चियां लापता हो गईं। उसमें एक बच्ची का शव सरसों के खेत में सोमवार की शाम को पड़ा मिला है। जबकि दूसरी बच्ची घायल अवस्था में बगल के खेत में पड़ी मिली है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी गर्दन और सिर पर चोट है, उसकी गंभीर हालत को देखते हुए बरेली मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।

ये मामला कांट थाना क्षेत्र के खिजरपुर गांव का है। प्राप्त समाचार के मुताबिक, गांव निवासी दो चचेरी बहनें घर के बाहर खेल रही थीं। खेलते-खेलते दोनों अचानक से गायब हो गई। काफी देर तक परिजनों ने जब उनकी आवाज नहीं सुनी तो उन्हें शक हुआ। जिसके बाद परिजन दोनों बच्चों को आसपास तलाशने लगे और पुलिस को भी सूचना दे दी। इस बीच शाम करीब साढ़े सात और आठ बजे के बीच में परिवार के लोगों को एक पांच साल की बच्ची सरसों के खेत में पड़ी मिली, उसकी मौत हो चुकी थी।
वहीं दूसरी बच्ची के न मिलने पर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने कॉम्बिंग कर दूसरी बच्ची को गन्ने के खेत से बरामद कर लिया। घायल अवस्था में मिली दूसरी बच्ची को तत्काल पुलिस की गाड़ी से अस्पताल भेजा गया जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। इधर, जानकारी मिलते ही एसपी एस आनंद कई थानों की फोर्स के साथ गांव पहुंचे। इस वारदात में जो लड़की मरी हुई मिली है, उसकी उम्र करीब पांच साल है और जो लड़की जिंदा मिली है, उसकी उम्र करीब छह साल बताई जा रही है।
घटना के खुलासे के लिए गठित की पुलिस टीम
सोमवार देर रात डीएम, एसपी और आईजी ने जिला अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने बच्ची की हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए टीम बनाने के निर्देश दिए हैं। वहीं दूसरी ओर घायल बच्ची के बेहतर इलाज के लिए मंगलवार सुबह बरेली रेफर कर दिया गया। यही नहीं सर्विलांस और फॉरेंसिक टीम के जरिए हत्या आरोपियों को पकड़ने की कार्रवाई शुरू की गई है।
एक बच्ची की हालत गंभीर
आईजी राजेश कुमार ने बताया कि एक चार साल की बच्ची मृत अवस्था में मिली। उसके गले पर चोट के निशान हैं। दूसरी बच्ची को लोगों व पुलिस ने घायल अवस्था में बरामद किया। डॉक्टरों का कहना है कि हालत गंभीर है। हालांकि अभी उसके पैरामीटर नार्मल हुए हैं। अगर दो तीन दिन पैरामीटर नार्मल रहता है तो बच्ची की जान बच सकती है।