5 दिन तक मॉर्चरी में बेटे के इंतजार में रखी रही मां की लाश, अंतिम संस्कार के लिए भी नहीं आया
शाहजहांपुर। यूपी में शाहजहांपुर से मां-बेटे के पवित्र रिश्ते को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां थाना सदर बाजार के रेलवे कॉलोनी के एक मकान में बेटे की लापरवाही से उसकी वृद्ध मां की मौत हो गई। वह बेटा वृद्धा को कमरे में बंद करके चला गया था। भूख-प्यास और ठंड के चलते वह अंदर ही मर गई। जिसके भी दो दिन बाद तक वह बेटा नहीं लौटा। वह रेलवे में बतौर टीटीई नौकरी करता और शराब के नशे में धुत रहता। मां की मौत की सूचना बार-बार दिए जाने पर भी वह नहीं लौटा, तो रेलवे स्टाफ ने उसकी मां को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया। जहां 5 दिन तक उस मां की लाश को बेटे के इंतजार में रखा गया, ताकि वह आए और अंतिम संस्कार किया जा सके। मगर, वह आने को राजी नहीं हुआ।
अब इस मामले में रेलवे स्टाफ से लेकर इस इलाके के लोग भी उस टीटीई को धिक्कार रहे हैं। मगर, उस टीटीई को अपनी मां के अंतिम संस्कार करने की जरा भी परवाह नहीं है। ऐसे में जब सगा बेटा अंतिम संस्कार के लिए नहीं आया तो उस मां के लिए कई ऐसे बेटे अंतिम संस्कार को आगे आए, जो इस मां-बेटे के रिश्ते को समझते हैं। उनका कहना है कि ऐसे बेटे को तो न होना ही अच्छा है। इस बेटे ने मां-बेटे के रिश्ते को शर्मसार कर दिया। वहीं पुलिस का कहना है कि अगर उस बेटे के खिलाफ कोई तहरीर आती है, तो कानूनी राय लेने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
घर में खाने-पीने के लिए कुछ नहीं था
जानकारी के मुताबिक, थाना सदर बाजार के रेलवे कालोनी में एक घर के अंदर 82 साल की बुजुर्ग मां लीलावती की लाश मिली थी। बेटा सलील चौधरी रेलवे विभाग में टीटीई पद पर तैनात है। वह शराब का आदी है। बूढ़ी मां को कमरे में बंद करके बाहर से ताला डालकर दो दिन-तीन दिन के लिए चला जाता था। ऐसा ही 9 दिसम्बर को भी हुआ। जब बेटा दो दिन पहले बिमार बूढ़ी मां लीलावती को कमरे मे बंद करके कहीं चला गया। घर में खाने और पीने के लिए कुछ नहीं था। यही कारण था कि बूढ़ी मां की भूख प्यास और ठंड के चलते मौत हो गई।
भूख, प्यास और ठंड से हुई मौत
पूरा दिन जब घर में कोई हलचल नही हुई तो लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर में जाकर देखा तो बूढ़ी मां की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और बेटे को सूचना दी। लेकिन मां की मौत की सूचना मिलने के बाद भी बेटा अंतिम संस्कार के लिए दो दिन बीत जाने के बाद भी नहीं पहुचा। वहीं बेटे के स्टाफ के लोग भी सलील चौधरी को फोन करके बुलाते रहे। लेकिन वह आने को राजी नहीं हुआ। वहीं, पोस्टमार्टम हाउस पर मां का पोस्टमार्टम हो गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण भूख, प्यास और ठंड से होना बताई गई। लेकिन बेटे के न आने के कारण बूढ़ी मां की लाश दो दिन से अंतिम संस्कार का इंतजार करती रही।
'ऐसे बेटे पर शर्म आ रही है'
वहीं, रेलवे स्टाफ के कर्मचारी रितेश कुमार गुप्ता का कहना है कि ऐसे बेटे पर शर्म आ रही है। दो दिन से वह खुद बेटे सलील को फोन करके बुला रहे हैं, ताकि मां का अंतिम संस्कार हो सके। कई बार बेटे से फोन पर बात हुई, मगर वह यही कहता है सुबह आ जाएंगे, शाम में आ जाएंगे। ऐसे में इंतजार करने के बाद अब हम लोगों ने अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी उठाई है।
'ड्यूटी के वक्त भी नशे में रहता है'
रेलवे स्टाफ का कहना यह भी है कि सलील चौधरी हर वक्त ड्यूटी पर भी शराब के नशे में रहता था। उसके उूपर विभाग की जांचें चल रही हैं। उनका कहना है कि हमारा स्टाफ अब बूढ़ी मां का अंतिम संस्कार करेगा।
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'कानूनी
राय
लेने
के
बाद
कार्रवाई
करेंगे'
वहीं,
सीओ
बलदेव
सिंह
खनेड़ा
का
कहना
है
कि
दो
दिन
पहले
बुजुर्ग
महिला
का
शव
मिला
था।
पोस्टमार्टम
में
उनकी
मौत
का
कारण
भूख-प्यास
और
ठंड
से
होना
बताई
गई।
उनका
कहना
है
कि
अगर
ऐसे
बेटे
के
खिलाफ
अगर
कोई
तहरीर
आती
है,
तो
उसके
खिलाफ
कानूनी
राय
लेने
के
बाद
जो
कार्रवाई
बनेगी,
वह
की
जाएगी।
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