चिन्मयानंद केस: शाहजहांपुर पहुंची SIT की टीम, 16 अधिकारी कर रहे मामले की जांच
शाहजहांपुर। पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर छात्रा के अपहरण और उत्पीड़न के आरोप के मामले मे सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बनी एसआईटी टीम शाहजहांपुर के पुलिस लाइन पहुंची। उन्होंने एसपी एस चिनप्पा समेत समेत सभी अधिकारियों से साथ करीब दो घंटे तक मीटिंग की। शाहजहांपुर पुलिस ने मुकदमे से संबधित सभी दस्तावेज एसआईटी टीम को सौंप दिए हैं। अब इस प्रकरण मे एसआईटी टीम जांच करेगी। एसआईटी टीम के मुखिया ने बताया कि 16 अधिकारियों की टीम बनाई गई है। जल्द से जल्द जांच पूरी करके बंद लिफाफे में जांच रिपोर्ट उच्च न्यायालय में पेश करेंगे।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, चौक कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली एलएलएम की छात्रा ने पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था। छात्रा के पिता ने चिन्मयानंद पर अपहरण और उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं, स्वामी चिन्मयानंद ने भी पांच करोड़ फिरौती मांगने का मुकदमा दर्ज कराया था। इसी घटना का संज्ञान सुप्रीम कोर्ट ने लिया। सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी टीम गठित कर जांच के आदेश दिए थे। जिसके चलते इस मामले की जांच करने के लिए आईजी नवीन अरोड़ा और एक महिला आईपीएस के नेतृत्व मे टीम गठित की। शुक्रवार को एसआईटी की टीम शाहजहांपुर के पुलिस लाइन पहुंची, जहां उन्होंने 16 सदस्य टीम बनाई।
सभी पहलुओं पर होगी जांच
एसआईटी टीम के मुखिया नवीन अरोड़ा ने बताया कि घटना के सभी पहलुओं पर जांच की जाएगी। लोकल पुलिस से सभी दस्तावेज ले लिए गए हैं। घटना से संबधित वीडियो और सोशल मीडिया की डिटेल भी ले ली गई है। जांच में जो कुछ निकलकर सामने आएगा वह एक बंद लिफाफे में उच्च न्यायालय मे पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर एसआईटी टीम बनाई गई है। इसमें शेष टीम को चयन करने का अधिकार एसआईटी टीम के मुखिया को दी गई थी। उन्होंने सब जगह से पता करके स्वच्छ छवि के 16 अधिकारियों की टीम बनाई है। अब तक लोकल पुलिस द्वारा जो भी विवेचनाएं थीं, जो भी रिपोर्ट्स थीं, उनका अवलोकन कर रहे हैं। उसके बाद अपनी विवेचना की योजना बनाएंगे। विवेचना के अनुसार काम करेंगे।
टीम में सर्विलांस एक्सपर्ट भी हैं शामिल
अभी तक जो भी लोकल टीम ने दस्तावेजों को कोर्ट में सबमिट किया है, उसको अपनी रिपोर्ट में सम्मिलित करेंगे। परिवार की सुरक्षा के पहलुओं को भी न्यायालय ने हमें देखने के लिए कहा है। इस टीम में सर्विलांस के एक्सपर्ट रखे हैं। सोशल मीडिया से संबधित भी दस्तावेजों का अवलोकन किया जाएगा। टीम मे लीगल एक्सपर्ट भी शामिल है, जो एसपीओ रैंक के आफिसर शामिल है। जहां उनकी आवश्यकता होगी वहां पर वह हमें सहयोग देंगे। जो भी रिपोर्ट होगी वह उच्च न्यायालय में बंद लिफाफे में एक एफिडेविट के साथ सौंपी जाएगी।
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