33 महीने से मानदेय नहीं मिला तो भुखमरी के कगार पर पहुंचे मदरसा शिक्षक, दी लखनऊ से दिल्ली तक धरने की चेतावनी
uttar pradesh news, शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य के गाड़ी के आगे लेटकर धरना प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने आयोग के सदस्यों का घेराव भी किया। बता दें कि शिक्षकों को 33 महीने से वेतन नही मिला है। जिसके कारण शिक्षकों के परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। इन शिक्षकों की मांग है कि जल्द ही उनको 33 महीने का वेतनदिया जाए। ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें लखनऊ से लेकर दिल्ली तक धरना-प्रदर्शन कर हक मांगना पड़ेगा।
मोदी-योगी
के
नाम
पर
मांग
चुके
हैं
भीख
बीते
दिनों
18
दिसंबर,
अल्पसंख्यक
अधिकार
दिवस
के
मौके
पर
इन
मुस्लिम
शिक्षकों
ने
शाहजहांपुर
में
अपने
अधिकारों
को
लेकर
अनोखा
प्रदर्शन
किया
था।
इन
शिक्षकों
ने
33
महीने
से
मानदेय
न
मिलने
पर
बीच
रोड
पर
मोदी-योगी
के
नाम
पर
भीख
मांगी
थी।
इतना
ही
नहीं,
ये
सभी
शिक्षक
कटोरा
लेकर
अधिकारियों
के
पास
भी
पहुंच
गए।
हालांकि,
अधिकारियों
ने
पैसे
तो
नहीं
दिए
मगर,
ज्ञापन
ले
उनकी
परेशानियों
को
दूर
करने
का
वादा
जरूर
कर
दिया।
लेकिन
अभी
तक
उन्हें
पगार
नहीं
मिल
पाई।
आयोग
की
गाड़ी
के
आगे
लेट
गए
ऐसे
में
जबकि,
अल्पसंख्यक
आयोग
की
सदस्य
परविंदर
सिंह
और
रोमाना
आज
यूपी
के
शाहजहांपुर
के
पीडब्ल्यूडी
गेस्ट
हाउस
पहुंची
थीं।
इसी
दौरान
मदरसा
आधुनिकीकरण
शिक्षकों
ने
उनका
घेराव
कर
दिया।
इस
दौरान
शिक्षक
उनकी
गाड़ी
के
आगे
लेट
गए
और
फिर
हंगामा
किया।
साथ
ही,
अल्पसंख्यक
आयोग
के
सदस्यों
से
मिलकर
अपनी
मांगों
को
लेकर
एक
ज्ञापन
भी
सौपा।
शिक्षकों
का
कहना
है
कि
मदरसा
आधुनिकीकरण
शिक्षकों
का
परिवार
भुखमरी
की
कगार
पर
पहुच
गया
है।
सरकार
ने
33
महीने
से
हमारा
वेतन
नही
दिया
है।
जिससे
हमारा
परिवार
भुखमरी
की
कगार
पर
पहुच
गया
है।
रोजी-रोटी
का
संकट
खड़ा
हो
गया
है।
यह
बोले
आयोग
के
सदस्य
वहीं,
अल्पसंख्यक
आयोग
के
सदस्य
परविंदर
सिंह
का
कहना
है
कि
मदरसा
आधुनिकीकरण
के
शिक्षकों
ने
ज्ञापन
दिया
है।
उनकी
मांगों
जल्द
पूरा
करने
का
प्रयास
किया
जाएगा।
किसी
के
साथ
अन्याय
नहीं
किया
जाएगा।
हाथ में कटोरा लिए मदरसा शिक्षकों ने मोदी-योगी के नाम पर मांगी भीख