हेलमेट पहनकर इलाज कर रहे डॉक्टरों के साथ फिर मारपीट, काम छोड़कर बैठे धरने पर
मैनपुरी। यूपी के मैनपुरी में कानून व्यवस्था पर आए दिन सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। यहां कई दिनों से जिला चिकित्सालय के डॉक्टर व कर्मचारी हेलमेट लगाकर मरीजों का इलाज इसलिए कर रहे थे ताकि उनके साथ मरीजों के तीमारदारों द्वारा मारपीट की जाती है और पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ रहता है। इतना सब होने के बाद भी बीती रात डॉक्टरों के साथ मारपीट की गई। इससे गुस्साए सरकारी डॉक्टरों व कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर जिला चिकित्सालय के गेट पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिससे आने वाले मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
यह पूरा मामला मैनपुरी के जिला अस्पताल से जुड़ा है। जहां इमरजेंसी में लेकर आए मरीजों के परिजनों ने डॉक्टरों के साथ हाथापाई की। परेशान डॉक्टरों व कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना है कि पिछले कई दिनों से उनके साथ मरीजो के तीमारदारों द्वारा गाली-गलौज और मारपीट की जा रही है। इसके विरोध में हम लोग हेलमेट लगाकर काम कर रहे थे। इसके बावजूद रात फिर हम लोगों के साथ अभद्रता की गई, इसलिए हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
दरअसल पिछली 10 जुलाई की शाम 22 वर्षीय महिला ज्योति की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा काटा था और मारपीट भी की थी। इसकी पुलिस में शिकायत भी दर्ज है परंतु पुलिस की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इसका विरोध जताते हुए डॉक्टरों व कर्मचारियों ने इलाज के दौरान हेलमेट पहन रखे थे। इतना सब होने के बाद भी बीते गुरुवार की रात में एक बच्चे की मौत के बाद परिजनों के द्वारा उनके साथ हाथापाई व मारपीट से परेशान डॉक्टरों व कर्मचारियों ने शुक्रवार को कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी मांग है कि जब तक जिला अस्पताल परिसर में पुलिस द्वारा हमारी सुरक्षा की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की जाएगी, तब तक विरोध जारी रखेंगे।
जैसे ही यह खबर जिले के आला अधिकारियों को हुई वे मौके पर पहुंच गए। जिला चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आये दिन मरीजों के परिजनों के द्वारा डॉक्टरों व स्टाफ के साथ हंगामा व मारपीट से परेशान होकर उन लोगों ने यह कदम उठाया था। हमारी प्रशासन से बात हो गयी है। यहां 24 घंटे के अंदर उनके लिए समुचित पुलिस व्यवस्था की जाएगी। अब सभी अपने कार्य पर लौट गए हैं।