अंग्रेजों ने पिता के काट दिए थे हाथ लेकिन आज़ादी के बाद पेंशन तक नसीब नहीं
Shahjahanpur News, शाहजहांपुर। गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर सरकारी कार्यक्रम मे स्वतंत्रता सेनानी (freedom fighter) का दर्द फूट पड़ा। जिला कलेक्ट्रेट में डीएम द्वारा ध्वजारोहण किया गया। जिसमें स्वतंत्रता सेनानी की बेटी को बुलाया गया था। लेकिन जब कार्यक्रम मे स्वतंत्रता सेनानी की बेटी को बोलने का मौका मिला तो वह जिला प्रशासन की तारीफ नहीं कर सकी। स्वतंत्रता सेनानी की बेटी का दर्द उसके आंखो से छलकने लगा।
40 सालों से आ रही हूं कार्यक्रम में
जिला कलेक्ट्रेट में पिछले 40 साल से ध्वजारोहण के कार्यक्रम में स्वतंत्रा सेनानी की बेटी शिरकत कर रही है। लेकिन इस बेटी को अभी तक सरकारी योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिल सका है। जब अपना दर्द बेटी ने डीएम के सामने सुनाना शुरू किया तो प्रशासनिक अधिकारियों मे हड़कंप मच गया। कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता सेनानी की बेटी ने कहा कि अंग्रेजों ने मेरे पिता के हाथ काट दिए। वह स्वतंत्रता सेनानी है। लेकिन जिला प्रशासन को उनकी याद सिर्फ 26 जनवरी के दिन आती है।
छलकने लगे आंखों से आंसू
दरअसल, गणतंत्र दिवस के मौके पर जिला कलेक्ट्रेट में डीएम अमृत त्रिपाठी ने ध्वजारोहण किया। इस कार्यक्रम मे स्वतंत्रता सेनानी महेश नाथ मिश्रा के सम्मान में उनकी बेटी राजेश्वरी मिश्रा को बुलाया गया था। ध्वजारोहण के बाद एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें डीएम से लेकर सभी प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी की बेटी राजेश्वरी मिश्रा को बोलने का मौका दिया गया। राजेश्वरी मिश्रा ने बोलना शुरू किया तो उनके आंखों से आंसू छलकने लगे। उन्होंने डीएम के सामने ऐसे मौके पर अपना दर्द ब्यान किया जब गणतंत्र दिवस की सभी खुशिया मना रहे थे।
अंग्रेजों ने काट दिए थे पिता के हाथ
राजेश्वरी देवी ने कहा कि मेरे पिता ने देश के लिए अपने हाथ अंग्रेजों से कटवा दिए। मैं उनकी बेटी है। लेकिन मेरी स्थिति ये है कि मेरे पास खाने के लिए कुछ नहीं है। हमें अभी तक सरकार की तरफ से कोई पेंशन नहीं मिली। मेरे पास घर है लेकिन टूटा हुआ है। जिस पर तिरपाल लगा है। बरसात होती है तो घर में पानी भर जाता है। वह पिछले चालिस साल से जिला कलेक्ट्रेट मे गणतंत्र दिवस के मौके पर शिरकत कर रही है। जिला प्रशासन खुद हमे यहां पर बुलाता है। लेकिन जब सरकारी योजना का लाभ देने का नंबर आता है तो सभी अधिकारी भूल जाते है।
जल्द मिलेगी पेंशन:DM
राजेश्वरी मिश्रा ने बताया कि यहां के कौशल अधिकारी ने कहा था कि तुम स्वतंत्रता सेनानी की विवाहित बेटी हो इसलिए तुम्हे कोई लाभ नहीं मिल सकता। बताया कि मैं अपने पति से अलग रहती हूं। मेरे बच्चे भी मेरे साथ नहीं देते। ऐसे में मेरे पिता ही मेरे सबकुछ थे। तो फिर क्यों नहीं हमें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकता। मेरी स्थिति बेहद खराब है। हमें मदद की जरूरत है। वहीं, डीएम अमृत त्रिपाठी ने कहा कि आज के कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी की बेटी को इसलिए बुलाया गया था कि उनको जो परेशानी होगी उसको दूर किया जाएगा। उनको जल्द ही पेंशन मिलने लगेगी।