चिन्मयानंद केस: छात्रा के समर्थन में आई कांग्रेस, इंसाफ दिलाने के लिए पदयात्रा कल से
शाहजहांपुर। लॉ छात्रा के साथ रेप और यौन उत्पीड़न के आरोप में जेले भेजे गए पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद के मामले में अब राजनीति लगातार जोर पकड़ती जा रही है। समाजवादी पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी पीड़िता का समर्थन देते हुए बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। कांग्रेस 30 सितंबर से शाहजहांपुर से लखनऊ के लिए पदयात्रा शुरू करेगी। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है।
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि प्रदेश सरकार चिन्मयानंद को बचाने की कोशिश कर रही है। दरअसल आज कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने शाहजहांपुर में 30 तारीख को पदयात्रा निकालने के लिए बैठक की और रणनीति तैयार की। इससे पहले कांग्रेसी नेताओं ने पीड़िता के परिवार के लोगों से मुलाकात की। कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता का कहना है कि सरकार के दबाव में एसआईटी ने पीड़िता को ही आरोपी बनाकर जेल में डाल दिया है। जबकि चिन्मयानंद को एसी में इलाज दिया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि सितंबर 2019 को कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शाहजहांपुर से लखनऊ के लिए 185 किलोमीटर पद यात्रा निकालेगी और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगी।
मात्र एक साल पहले शाहजहाँपुर के कई प्रशासनिक अधिकारी चिन्मयानंद की आरती उतारते दिखे। मामला अखबारों में उछला था।
बलात्कार पीड़िता द्वारा पूरी आपबीती कहने के बावजूद बलात्कार का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ, कैसे होता? जब पूरा महकमा गले लगाकर उनका बचाव कर रहा था।https://t.co/JmG27IjBKG
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 29, 2019
कांग्रेस पार्टी के नेताओं की मांग है कि चिन्मयानंद के खिलाफ 376 की धारा लगाई जाए। साथ ही पीड़िता पर लगे सभी मुकदमे वापस लेकर उसे बाइज्जत बरी किया जाए। पदयात्रा की रणनीति बनाने के लिए यहां प्रियंका गांधी के पीए संदीप सिंह, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार उर्फ लल्लू और कांग्रेस पार्टी के सचिव धीरज गुर्जर सहित कई नेता बैठक में शामिल हुए। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रविवार को ट्वीट करते हुए शाहजहांपुर रेप केस मामले में कहा कि बलात्कार पीड़िता के आपबीती बताने के बावजूद आरोपी पर बलात्कार का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। प्रियंका गांधी ने कहा कि एक साल पहले शाहजहांपुर के कई प्रशासनिक अधिकारी चिन्मयानंद की आरती उतारते दिखाई दिए थे और ये मामला अखबारों में उछला था। बलात्कार पीड़िता द्वारा पूरी आपबीती बताने के बावजूद बलात्कार का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ, कैसे होता? जब पूरा महकमा गले लगाकर उनका बचाव कर रहा था।
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