भदोही अग्निकांड : देखते ही देखते आग से घिर गया 'गुफानुमा' पंडाल, 67 लोग झुलसे और अबतक 5 की मौत
भदोही के औराई थानांतर्गत नरथुआ इलाके में पूजा पंडाल में रविवार रात में आग लग जाने के कारण 67 घायल, अब तक 5 लोगों की मौत, मरने वालों की बढ़ सकती है संख्या
भदोही, 03 अक्टूबर : भदोही जिले के औराई थानांतर्गत नरथुआ इलाके में पंडाल में लगी आग में अबतक 67 लोगों के झुलसने की बात सामने आ रही है। जिला प्रशासन द्वारा बताया गया कि अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में अंकुश सोनी (12) निवासी जेठुपुर औराई, जया देवी (45) निवासिनी पुरुषोत्तमपुर औराई, नवीन (10) निवासी बारी थाना औराई, आरती देवी (48) निवासिनी ग्राम सिउर थाना औराई, हर्षवर्धन (08) का नाम शामिल है। घटना के पीछे एक यह भी बड़ी कारण है कि पंडाल को गुफा नुमा बनाया गया था। गुफा नुमा पंडाल में केवल दो रास्ते बनाए गए थे ऐसे में आग लगने के बाद उसमें फंसे लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। बताया जा रहा है कि घटना के समय पंडाल के अंदर एक नाटक चल रहा था काफी संख्या में लोग एकत्र होकर नाटक देख रहे थे उसी दौरान पंडाल में आग लग गई । स्थानीय लोगों की मानें तो महज 10 मिनट में पूरा पंडाल जलकर खाक हो गया।
कागज और थर्माकोल से बना था पंडाल
नरथुआ इलाके में तालाब के पास एकता क्लब द्वारा हर साल दुर्गा पूजा पंडाल लगाया जाता है। इस साल कमेटी के लोगों ने पंडाल को गुफा नुमा बनवाया था और पंडाल को बनाने में कागज और थर्माकोल का अधिक प्रयोग किया गया था। गुफा नुमा होने के कारण प्रवेश और निकास के दोनों रास्तों को छोटा बनाया गया था। ऐसे में रात में जब पंडाल में आग लगी तो पंडाल के अंदर मौजूद लोगों को भागने का रास्ता नहीं मिल पाया। पंडाल में भगदड़ की स्थिति होने के चलते लोग गिरने पड़ने लगे। स्थानीय नागरिकों की माने तो मात्र 10 से 15 मिनट में पंडाल पूरी तरह जलकर खाक हो गया।
चारों ओर सुनाई दे रही थी चीख पुकार
घटना के बाद स्थानीय नागरिकों द्वारा एंबुलेंस और पुलिस को सूचना दी गई। एंबुलेंस पहुंचने के बाद घायलों को अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जाने लगा। जैसे-जैसे लोग उसमें से निकलते गए उन्हें एंबुलेंस से भेजा जाता रहा। स्थिति ऐसी बन गई थी कि एंबुलेंस की कमी हो गई और मुख्यालय से अन्य एंबुलेंस को मंगाना पड़ा। तत्काल जिले के सभी 32 एंबुलेंस को वहां पर पहुंचने के लिए निर्देश जारी किया गया। नरथुआ से लेकर औराई बाजार तक केवल एंबुलेंस के सायरन और घायलों की चीख-पुकार सुनाई दे रही थी। वहीं मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों को आग बुझाने में करीब आधा घंटा लग गया हालांकि तब तक सब कुछ जलकर खाक हो गया था।
ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पहुंचाया गया वाराणसी
हादसे की जानकारी मिलने के बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश बीएचयू में पहुंच गए और वहां पर खुद मोर्चा संभाले। बीएचयू ट्रामा सेंटर में पहुंचे झुलसे हुए लोगों में से दर्जनभर से अधिक लोगों को मंडलीय अस्पताल के बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया। इसके अलावा करीब आधा दर्जन लोगों को पंडित दीनदयाल राजकीय चिकित्सालय के बर्न यूनिट में भी भर्ती कराया गया। घायल लोगों को अस्पताल ले जाते समय ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था जिससे अस्पताल ले जाते समय ट्रैफिक जाम का सामना न करना पड़े। मध्य रात्रि तक पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश बीएचयू ट्रामा सेंटर में मौजूद रहे और घायलों के परिजनों से घटना के बारे में जानकारी भी लिए।
अनुमति बगैर स्थापित हुए पंडालों की होगी जांच
घटना की जानकारी मिलने पर थोड़ी ही देर बाद घटनास्थल पर जिलाधिकारी गौरांग राठी, पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार पहुंच गए। रात में एडीजी जोन रामकुमार और कमिश्नर योगेश्वर राम मिश्र भी घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों से जानकारी लिए। एडीजी राम कुमार द्वारा चार सदस्य एसआईटीम गठित कर जांच का निर्देश दिया गया है। वहीं जिलाधिकारी गौरांग राठी द्वारा बताया गया कि बिना अनुमति के जिले में पूजा पंडाल कैसे लगा दिए गए इसकी जांच कराएगी जाएगी और दोषी पाए जाने वाले थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी सहित पूजा पंडाल लगाने वाली समितियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।