सपा नेता और उनके बेटे ने बंधक बनाकर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को पीटा, ये है मामला
सहारनपुर। सहारनपुर में अंबाला रोड स्थित एक ढाबे पर जांच करने पहुंची खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम को बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि ढाबे के संचालक सपा नेता और उनके बेटे ने अपने साथियों ने दो खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के साथ मारपीट की। इस दौरान टीम के अन्य लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। इस मामले में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मजाहिर मुखिया और उनके बेटे समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अभिहीत अधिकारी रणधीर सिंह के नेतृत्व में टीम ने अंबाला रोड स्थित चीतल ढाबे पर छापा मारा। यह ढाबाप सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मजाहिर मुखिया का बताया जा रहा है। टीम ने खाद्य पदार्थों की जांच की और ढाबे का लाइसेंस मांगा। आरोप है इसी बात का विरोध कतरे हुए ढाबे पर मौजूद कर्मचारियों और ढाबा मालिक ने खाद्य सुरक्षा टीम को बंधक बना लिया। बंधक बनाने के बाद उन पर हमला कर मारपीट की गई।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनोज कुमार का आरोप है कि उन्हें बंधक बनाकर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मजाहिर हसन, उसके बेटे और 10 अन्य लोगों ने मारपीट कर उनके कपड़े फाड़ दिये और उनकी जेब में रखे पैसे और कागजाज भी छीन लिये। उन्होंने बताया कि वह चल रहे अभियान के तहत ही जांच करने के लिए गए थे। इस घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मजाहिर मुखिया समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर कुतुबशेर थाना पहुंची।
सीओ प्रथम रजनीश उपाध्याय ने बताया कि खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम बिना पुलिस का सूचना दिये छापेमारी करने गई थी। नियमानुसार उन्हें संबंधित थाने के जीडी में एंट्री करानी चाहिए थी। सीओ का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। वहीं दूसरी ओर ढाबा संचालक का आरोप है कि टीम के लोगों ने ढाबे पर खाना खाया, खाने का बिल मांगा तो उन्होंने हंगामा किया।
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