सरकार के रवैये से दुखी किसान ने गेहूं की फसल पर चलाया ट्रैक्टर, बोला- 'जब धान की कीमत नहीं मिली तो...'
सहारनपुर। कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में हंगामा मचा हुआ है तो वहीं, दिल्ली बॉर्डर पर किसान पिछले काफी वक्त से धरने पर बैठे हुए है। इस बीच किसानों द्वारा गेहूं की फसल को नष्ट करने की खबर भी सामने आ रही है। ऐसी एक खबर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से सामने आई है। यहां एक किसान ने गन्ना भुगतान न होने और कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन की सुनवाई न होने से दुखी होकर अपने खेत में खड़ी गेहूं की फसल को ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया।
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ये पूरा मामला जनपद सहारनपुर की तहसील बेहट के गांव कुतुबपुर भूकड़ी का है। यहां गांव के ही रहने वाला किसान राजकुमार ट्रैक्टर लेकर अपने खेत में पहुंच गया और उसने गेहूं की खड़ी फसल को देखते ही देखते नष्ट कर डाला। फसल को नष्ट करते हुए किसान राजकुमार से जब मीडिया कर्मियों ने ऐसा करने का कारण पूछा। तो जो उसने बताया वो काफी हैरान करने वाला था। दरअसल, किसान राजकुमार ने बताया कि उसे किसान आंदोलन को लेकर सरकार के रवैये से बड़ी निराशा हुई है।
किसान का कहना है कि उसने जनवरी की शुरुआत में गेहूं की फसल की बुवाई की थी। जैसे-तैसे गेहूं उग आए थे और पनपने भी लगे थे, लेकिन हाथ में पैसा ना होने के कारण लागत नहीं लगा पाए। इसकी वजह से फसल पिछड़ गई और अब भी उसके पास पैसा नहीं है। क्योंकि उसकी धान की फसल पहले ही औने-पौने दाम में बिकी और दूसरा गन्ना भुगतान पिछले साल का भी अब तक पूरा नहीं मिल पाया है।
इसीलिए गेहूं की हल्की फसल मे किसान ने ट्रैक्टर चला दिया, जिससे आधी तैयार हो चुकी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। किसान राजकुमार ने कहा कि यूपी के किसानों में सरकार के खिलाफ गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। किसान राजकुमार जाट का यह भी कहना है कि जब धान की फसल के दाम आधे अधूरे मिले हैं तो गेहूं की फसल का ही क्या होगा? फसल में लागत इतनी ज्यादा देनी पड़ रही है कि हम कर्जमंद होते जा रहे हैं और बाजार में फसल के सही दाम न मिलना ही हमारी मायूसी का मुख्य कारण है।