3 साल पुराने ट्वीट पर घिरे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद, महिला आयोग ने यूपी के डीजीपी से की सख्त कार्रवाई की मांग
सहारनपुर। तीन साल पुराने ट्वीट को लेकर आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद घिर गए हैं। अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद द्वारा महिलाओं पर किए गए निंदनीय ट्वीट का संज्ञान लिया है। चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी को पत्र लिखकर आजाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का अनुरोध किया है ताकि महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराधों पर रोक लगाई जा सके। बता दें, चंद्रशेखर आजाद गुरुवार रात ट्वीटर पर ट्रेंड होने लगे थे। हर तरफ से चंद्रशेखर की गिरफ्तारी की मांग उठी तो सहारनपुर पुलिस हरकत में आ गई। हालांकि, पुलिस जांच में विवादित ट्वीट तीन साल पुराने निकले।
चंद्रशेखर ने दी सफाई
चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर अपनी सफाई पेश की है। उन्होंने कहा कि मेरे अकाउंट से महिलाओं पर अभद्र भाषा के कुछ ट्वीट वायरल हो रहे हैं, जो बेहद ही निंदनीय हैं। चंद्रशेखर ने कहा, ''मैं सहारनपुर हिंसा में 8 जून 2017 से 14 सिंतबर 2018 तक जेल में था। सभी विवादित ट्वीट उसी दौरान के हैं। इस संबंध में मुझे जानकारी नहीं है। मैं महिलाओं का बहुत सम्मान करता हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनका अकाउंट फरवरी 2018 में बना है और वह सितंबर 2018 में जेल से रिहा हुए हैं। इसके साथ उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि किसी कार्यकर्ता ने रिहाई के बाद उन्हें यह अकाउंट दिया। सभी ट्वीट गलत हैं, इसमें सुधार कर रहे हैं।''
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान
सहारनपुर के एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए इसकी जांच की। पता चला कि सभी विवादित ट्वीट वर्ष 2018 के हैं, उस समय चंद्रशेखर जेल में बंद थे। एसपी सिटी ने कहा कि विवादित ट्वीट को लेकर किसी भी शख्स ने लिखित रूप में शिकायत दर्ज नहीं कराई है। फिर भी पुलिस एहतियातन निगाह रखे हुए है। अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद द्वारा महिलाओं पर किए गए निंदनीय ट्वीट का संज्ञान लिया है। चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने डीजीपी उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर आजाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का अनुरोध किया है।
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