सहारनपुर: दाढ़ी वाले दरोगा पर कार्रवाई से भड़के देवबंदी उलेमा, एसपी को सस्पेंड करने की मांग
सहारनपुर। बागपत के रामाला थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर इंतसार अली को बिना अनुमति लंबी दाढ़ी रखने पर एसपी ने सस्पेंड कर दिया। बागपत के एसपी की इस कार्रवाई के बाद खिलाफ सहारनपुर में देवबंद के उलेमाओं ने नाराजगी जाहिर की है। देवबंदी उलेमाओं ने एसपी की कार्रवाई को गलत बताते हुए उन्हें तत्काल सस्पेंड करने की मांग की है। इत्तेहाद उलेमा-ए-हिन्द देवबंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारि मुस्तफा देहलवी ने कहा, एसपी ने अपने एक दरोगा इंतसार अली को दाढ़ी रखने के लिए लाइन हाजिर कर दिया गया। एसपी साहब को इस तरह की कार्रवाई नहीं करनी चाहिए थी। तास्सुब की बुनियाद पर ऐसी कार्रवाई करना कतई ठीक नहीं है। हम अपनी और अपनी तंजीमों की तरफ से इसकी सख्त अल्फाज में निंदा करते हैं।
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क्या है पूरा मामला?
बागपत के रमाला थाने में तैनात दारोगा इसरार अली ने बिना लिखित अनुमति लिए अपनी दाढ़ी बढ़ा ली। अब उसकी दाढ़ी मौलवियों की तरह लंबी हो चुकी है। जिले के पुलिस अधीक्षक ने अभिषेक सिंह ने दरोगा इंतसार अली को तीन बार दाढ़ी कटवाने की हिदायत दी थी। इसके अलावा उन्हें दाढ़ी रखने के लिए विभाग से अनुमति लेने को भी कहा था। लेकिन दरोगा इंतसार अली आदेश की अनदेखी करते हुए दाढ़ी रख रहे थे। इसके बाद एसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया।
एसपी ने क्या कहा?
एसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि पुलिस मैनुअल के अनुसार, पुलिस बल में तैनात रहते हुए सिख समुदाय के पुलिसकर्मियों को छोड़कर कोई भी अन्य अधिकारी या कर्मचारी दाढ़ी नहीं रख सकता है। उन्होंने बताया कि अगर कोई अपनी दाढ़ी रखना चाहता है तो उसे प्रशासन से अनुमति लेनी होगी, लेकिन दारोगा इंतसार अली बिना अनुमति के ही दाढ़ी रख रहे थे। काफी समझाने और नोटिस देने के बावजूद भी उन्होंने दाढ़ी नहीं कटवाई। इस पर दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की गई है। दरोगा इंतसार अली का कहना है कि उन्होंने विभाग से अनुमति मांगी थी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
मुस्लिम संगठनों ने एसपी को सस्पेंड करने की मांग की
पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई को कई मुस्लिम संगठनों ने मजहब से जोड़ते हुए सीएम योगी से लेकर पीएम मोदी तक कार्रवाई की मांग की है। इत्तेहाद उलमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी ने कहा कि अगर सिखों को दाढ़ी रखने की इजाजत है तो फिर मुस्लिमों को क्यों नही? उन्होंने यूपी सरकार और केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि वो अधिकारी जो तास्सुब की बुनियाद पर नौकरी कर रहे हैं, ऐसे लोगों को नौकरी में बने रहने का हक नहीं है। ऐसे लोगों को फौरी तौर पर सस्पेंड किया जाए।
बागपत: बिना परमिशन दाढ़ी रखने पर सस्पेंड हुआ दरोगा, तीन बार दी गई थी हिदायत