शहीद निशांत शर्मा: CM योगी ने की परिजनों को 50 लाख, एक सरकारी नौकरी देने की घोषणा
Shaheed Nishant Sharma: सहारनपुर। जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर में सीमा पार से की गई फायरिंग में सहारनपुर के लाल निशांत शर्मा शहीद हो गया। निशांत शर्मा पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में गोली लगने से घायल हो गए थे। ऊधमपुर स्थित कमांड अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। इलाज के दौरान रविवार सुबह निशांत शर्मा ने अंतिम सांस ली। जिला सैनिक बोर्ड के अधिकारी मोहर सिंह की ओर से जिलाधिकारी अखिलेश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. एस चनप्पा को निशांत की शहादत के बारे में जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिजनों को 50 लाख व एक सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।
18 जनवरी को पाकिस्तान की तरफ से एलओसी पर फायरिंग की आड़ में घुसपैठ की कोशिश की गई। आतंकियों के एक दल को इस तरफ भेजा गया था। जवानों ने इसका जवाब दिया था और इस फायरिंग में सेना के चार जवान घायल हुए थे, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस घटना में आतंकियों को भी मार गिराया गया था। बाकी आतंकी वापस भाग गए थे। जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारी कर्नल मोहर सिंह ने बताया कि क्रॉस फायरिंग में नायक निशांत शर्मा 24 जनवरी को शहीद हो गए। उन्होंने बताया कि शहीद के एक और भाई शुभम शर्मा सेना में नायक के पद पर तैनात हैं।
मूल रूप से रामपुर मनिहारान कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लूंढी निवासी जोगेंद्र शर्मा अपने परिवार के साथ सहारनपुर के मोहल्ला शारदा नगर में रहते हैं। जोगेंद्र शर्मा के तीन में से दो बेटे निशांत शर्मा और शुभम शर्मा सेना में भर्ती हुए थे। शुभम मेरठ में तैनात हैं और निशांत शर्मा की तैनाती जम्मू के अखनूर सेक्टर में थी। निशांत की शहादत की खबर रविवार को सुबह करीब साढ़े 9 बजे घर पर पहुंची तो कोहराम मच गया। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। निशांत की पत्नी बेसुध होकर गिर गईं। आस-पास के लोग भी बड़ी संख्या में घर पर जमा हो गए। पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा व अन्य नेताओं ने शहीद के घर पहुंच शोक व्यक्त कर परिवारवालों को सांत्वना दी।
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