नागरिकता संशोधन कानून: अग्रिम आदेश तक सहारनपुर में इंटरनेट सेवा बंद, प्रदर्शन पर रोक
सहारनपुर। नागरिकता संशोधन बिल 2019 के खिलाफ उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में विरोध जारी है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने अलीगढ़ में सोमवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। वहीं, सोशल मीडिया पर अफवाहों और विवादित वीडियो के वायरल होने की आशंका के चलते सहारनपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। यह सेवाएं अग्रिम आदेश तक के लिए बंद की गई। साथ ही सहारनपुर धारा 144 लागू कर दी गई है।
सहारनपुर में इंटरनेट सेवा बंद
सहारनपुर जिलाधिकारी की ओर से जारी इस लेटर में लिखा है कि सोशल मीडिया पर अफवाहों को लेकर कानून एवं शांति व्यवस्था पर प्रतिकूल पड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता। जिले में शांति एव कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जनपद सहानपुर के समस्त मोबाइल कंपनी के द्वारा दी जा रही इंटरनेट सेवा को दिनांक 15-12-2019 की रात से अग्रिम आदेश आने तक बंद किया जाता है। आदेश के अनुपालन में सहारनपुर में रविवार मध्यरात्रि से इंटरनेट सेवाएं बैन कर दी गई है।
सहारनपुर मुजफ्फरनगर स्टेट हाईवे-59 किया था बवाल
दरअसल, 12 दिसंबर की देर शाम नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में मदरसा छात्रों द्वारा सहारनपुर मुजफ्फरनगर स्टेट हाईवे 59 पर जाम लगाया गया था। पुलिस ने जाम लगाने और बवाल काटने के मामले में 200 से 250 अज्ञात छात्रों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज किया था।
पथराव में डीआईजी जख्मी, तनावपूर्ण स्थिति
अलीगढ़ मुस्लिम विवि में रविवार शाम छात्रों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद यहां तनाव की स्थिति बन गई थी। झड़प के दौरान हुए पथराव में अलीगढ़ के डीआईजी समेत कुछ अन्य लोग घायल हुए थे। इसके बाद तत्काल आगरा जोन के एडीजी समेत तमाम शीर्ष अधिकारियों को मौके पर भेजा गया। साथ ही अस्थायी रूप से यहां इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगाई गई।
पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा
प्रशासन की तमाम अपीलों के बीच मौके पर मौजूद प्रदर्शनकारियों ने फोर्स पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की। कुछ छात्रों को पुलिस ने बलपूर्वक मौके से खदेड़ने का भी प्रयास किया।
5 जनवरी तक बंद किया गया विश्वविद्यालय
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने बताया आगामी 5 जनवरी तक के लिए विश्वविद्यालय को बंद कर दिया गया है। आगे भी विश्वविद्यालय को माहौल ठीक होने पर ही खोला जाएगा। इसके अलावा जो छात्र प्रदर्शनों और हिंसा में शामिल हुए हैं उन्हें चिन्हित कर इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।