नक्सली हमले में शहीद हुए सहारनपुर के लाल अनुज सैनी, रात को हुई थी आखिरी बार परिजनों से बात
सहारनपुर। पश्चिम बंगाल के किशनगंज में हुए नक्सली हमले में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले का बीएसएफ जवान अनुज सैनी शहीद हो गए। सोमवार देर रात उनके कैंप पर नक्सलियों ने हमला बोल दिया था, जिसमें दो अधिकारियों समेत 32 वर्षीय अनुज ने वीरगति पाई। अनुज सैनी के शहादत की खबर उनके गांव सैदपुरा में लगी तो पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
Recommended Video
सहारनपुर जिले के सरसावा थाना इलाके के गांव सैदपुर समेत आस-पास के ग्रामीण मंगलवार सुबह से ही शहीद बीएसएफ जवान अनुज सैनी के घर सांत्वना देने पहुंचने लगे। जिला प्रशासन के अधिकारी, पुलिस और नेताओं ने भी शहीद के घर के बाहर डेरा डाल लिया है। तो वहीं परिजन बेटे की शहादत की खबर मिलने के बाद से ही रो-रोकर बुरा हाल है।
शहीद जवान अनुज सैनी के पिता चंद्र किरण सैनी ने बताया कि अनुज वर्ष 2009 में बीएसएफ मे भर्ती हुए थे, इनकी सबसे पहले पोस्टिंग जोधपुर में हुई थी, उसके बाद उदयपुर छत्तीसगढ़ और फिलहाल वेस्ट बंगाल के किशन गंज में तैनाती थी। जवान अनुज कुमार सोमवार की रात को ड्यूटी करने के बाद साथियों के साथ सोने के लिए जा रहे थे, तभी वहां पर पहले से घात लगाए बैठे नक्सलियों ने अचानक पीछे से कायराना हमला बोल दिया।
जिसमें जवान अनुज सैनी समेत उनके साथ दो अफसर भी वीरगति को प्राप्त हो गए। वहीं, शहीद जवान अनुज के भाई ने बताया कि आज सुबह उनकी भाभी को बीएसएफ के अधिकारियों ने फोन पर अनुज के शहादत की खबर दी। अनुज के भाई का कहना है कि वो अभी छुट्टी पर आने वाले थे, मगर कोरोना वायरस की वजह से नहीं आ पाए। सोमवार की रात भी उनसे फोन पर आखिरी बात की थी। शहीद अनुज के दो छोटी बेटियां है। वहीं, सैन्य कार्यवाई के बाद आज देर रात शहीद अनुज का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचेगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ उनको अंतिम विदाई दी जाएगी।
ये भी पढ़ें:- जिस महिला की लाश गाजियाबाद में सूटकेस से हुई थी बरामद, वो अलीगढ़ में मिली जिंदा