एमडीयू रैगिंग विवादः इनसो प्रदेशाध्यक्ष ने छात्र रविंद्र के रैगिंग के आरोप को बताया झूठा, दिए कई सबूत
रोहतक। हरियाणा के रोहतक जिले के एमडीयू ( महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय ) रोहतक के इमसार विभाग के प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले छात्र की इनसो ज्वॉइन करवाने के नाम पर रैगिंग करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि चौथे व पांचवें वर्ष के छात्रों ने पीड़ित छात्र की कनपटी पर पिस्तौल तानी व उसके कपड़े उतरवाकर उसे नाचने के लिए मजबूर किया। इनकार करने पर रॉड व लाठी डंडों से पीट-पीट कर घायल कर दिया।
वहीं इनसो के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप देशवाल ने मीडिया से रूबरू होकर कहा कि रविंद्र नाम के स्टूडेंट ने इनसो पर गलत आरोप लगाया है और हमारे पास सीसीटीवी वीडियो भी है, जिसमे रविंद्र और उसके साथियों ने हॉस्टल नंबर 10 में पिस्टल लेकर हमारे साथियों पर हमला किया है। इस दौरान कुछ साथी घायल भी हो गए थे। हमने पुलिस मे रिपोर्ट भी दर्ज़ करवा दी है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि रविंद्र पर पहले ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसलिए इस मामले मे जांच होनी चाहिए।
देशवाल ने कहा कि रविंद्र जिन छात्रों पर रैगिंग का आरोप लगा रहा है, वो छात्र रविंद्र के जूनियर हैं। इनसो ने आरटीआई से दस्तावेज निकलवाए हैं। देशवाल का आरोप है कि दस्तावेजों के मुताबिक रविंद्र साल 2012 का रजिस्टर्ड छात्र है, जबकि रविंद्र ने जिन छात्रों पर आरोप लगाया है वो साल 2015 और 2016 के रजिस्टर्ड छात्र हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रविंद्र खुद को नजफगढ़ का बताकर हॉस्टल में कमरा लिया है, जबकि वह तो चुलियाणा का है।
वहीं छात्र रविंद्र का कहना है कि वो पिछले 7-8 साल से नजफगढ़ रह रहा था। चुलियाणा उसका पैतृक गांव है। इनसो मामले को भटकाने और यूनिवर्सिटी में उसकी बदनामी करने के लिए ये सब कर रहा है। उस पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं।