12 साल की निहारिका ने प्लेन से कैंसर पीड़ित श्रमिक को परिवार समेत झारखंड भेजा
रांची/नोएडा। नोएडा की 12 साल की लड़की ने बचत के पैसों से एक श्रमिक के परिवार को हवाई जहाज से रांची भेजा है। नोएडा के सेक्टर 50 की निवासी निहारिका द्विवेदी आठवीं क्लास में पढ़ती है। उसने अपनी बचत के रुपयों को खर्च कर श्रमिक के परिवार के तीन लोगों के लिए रांची तक का प्लेन टिकट बुक कराया। अपने इस योगदान पर कहा कि समाज ने हमें बहुत कुछ दिया है और जो भी मिला है उसे संकट के समय में समाज को वापस लौटाने की जिम्मेदारी भी हमारी है।
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कैंसर पीड़ित है परिवार का मुखिया
निहारिका को अपने एक रिश्तेदार से पता चला कि युसुफ सराय स्थित सरकारी स्कूल में ठहरा झारखंड का एक परिवार बहुत परेशान है। परिवार के मुखिया को कैंसर है, उसकी पत्नी और बेटी उसे लेकर झारखंड लौटना चाहती हैं। लॉकडाउन में काम न मिलने के बाद यह परिवार किसी तरह नोएडा से दिल्ली आया था और शेल्टर होम में रह रहा था। इसकी जानकारी होने के बाद निहारिका ने तीनों की मदद के लिए अपनी बचत के 48 हजार रुपए देने का फैसला लिया। इसमें उसके मां-पापा ने सपोर्ट किया। मदद के लिए दिए गए इन पैसों से दिल्ली से रांची तक फ्लाइट के टिकट खरीदे गए और झारखंड में घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई। सरकारी स्कूल के शेल्टर होम से एयरपोर्ट तक का कैब निहारिका के पापा ने बुक किया। रविवार को यह परिवार फ्लाइट से झारखंड पहुंच गया।
सीएम
सोरेन
ने
की
उद्योगपतियों
से
अपील
झारखंड
के
मुख्यमंत्री
हेमंत
सोरेन
ने
देश
के
उद्योगपतियों
और
कॉरपोरेट
घरानों
से
प्रदेश
के
कामगारों
को
वापस
लाने
में
मदद
देने
की
अपील
की
है।
उन्होंने
कहा
कि
प्रदेश
सरकार
ने
देश
के
लद्दाख
और
अंडमान
जैसे
अतिदुर्गम
इलाकों
से
लोगों
को
वापस
लेने
के
लिए
काफी
प्रयास
किए
हैं।
मुख्यमंत्री
हेमंत
सोरेन
ने
कहा
कि
सरकार
के
प्रयासों
के
बावजूद
अतिदुर्गम
इलाकों
में
प्रदेश
के
करीब
100
कामगार
फंसे
हैं।
मेरी
विनम्र
अपील
उद्योगपतियों
और
कॉरपोरेट
घरानों
से
है
कि
उनको
वहां
से
निकालने
में
वे
सपोर्ट
करें।
हवाई चप्पल वालों को हेमंत सोरेन ने कराया हवाई सफर, लेह से रांची पहुंचने पर खुद किया स्वागत