ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने तोड़ा नियम तो एसपी ने काटा चालान, लगा इतना जुर्माना
रांची। नए मोटर व्हीकल एक्ट के लागू होने के बाद जहां आम लोगों का भारी-भरकम चालान काटा जा रहा है, वहीं पुलिसकर्मी अब साथी पुलिसकर्मियों को भी नहीं बख्श रहे हैं। ट्रैफिक नियम तोड़ने पर अब झारखंड के रांची में एक ट्रैफिक पुलिस कॉन्स्टेबल पर भी जुर्माना लगाया गया है। बता दें कि एसपी ट्रैफिक अजीत पीटर डुंगडुंग ने खुद ट्रैफिक पुलिसकर्मी का चालान काटा है।
ट्रैफिक पुलिसकर्मी के पास नहीं मिले कागज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला रांची के लालपुर इलाके का है। यहां गुरुवार की रात ट्रैफिक पुलिसकर्मी राकेश कुमार अपनी ड्यूटी खत्म कर बाइक से घर लौट रहा था। बाइक पर उसके साथ एक दारोगा भी था। राकेश हेलमेट पहन रखा था, जबकि दारोगा को हेलमेट नहीं था। इस दौरान सामने से ट्रैफिक एसपी की गाड़ी आ रही था। एसपी ने दारोगा को बिना हेलमेट के बाइक पर देखा, तो बाइक रुकवाकर दोनों से पूछताछ की। इस दौरान चेकिंग करने पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी के पास न तो गाड़ी का कागज मिला और न ही इंश्योरेंस पेपर। लिहाजा ट्रैफिक एसपी ने चालान काटने का निर्देश दिया। वहीं, ट्रैफिक पुलिसकर्मी राकेश कुमार ने बताया कि वैसे तो उनके ऊपर 18 हजार का फाइन बनता था, लेकिन ट्रैफिक पुलिसकर्मी होने के चलते दोगुना यानि 36 हजार का चालान काटा गया।
गुजरात में भी लगा 1100 रु का लगा जुर्माना
बता दें कि गुजरात में भी एक पुलिस कॉन्स्टेबल का फोटो वायरल होने के बाद उसपर जुर्माना लगा गया है। कॉन्स्टेबल विश्वास राठौर पर 1100 रु का जुर्माना लगाया गया है। हालांकि, गुजरात में अभी मोटर व्हीकल एक्ट लागू नहीं है। इसलिए पुलिसकर्मी पर इस अधिनियम के तहत कार्रवाई नहीं की गई है। बता दें कि 7 राज्यों को छोड़कर पूरे देश में 1 सितंबर से नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू हो गया है।
नए एक्ट के लागू होने के बाद लग रहा है भारी जुर्माना
इन एक्ट के लागू होने के बाद ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने या फिर उसे तोड़ने पर लोगों को भारी भरकम जुर्माना देना पड़ रहा है। कुछ लोग नए नियम की तारीफ कर रहे हैं तो कई लोग हैं जो जुर्माने की रकम को लेकर गुस्से में है। चेकिंग के दौरान वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, ड्राइविंग लाइसेंस, इंश्योरेंस सर्टिफिकेट, पीयूसी और परमिट सर्टिफिकेट तत्काल नहीं दिखाने पर चालान काटे जा रहे हैं। पिछले तीन दिनों के भीतर ही कुछ लोगों के 23 हजार रुपए से लेकर 59 हजार रुपए तक के चालान कट चुके हैं। ऐसे में लोगों का कहना है कि सरकार को जुर्माने की राशि कम करनी चाहिए।