लॉ की छात्रा के साथ 12 लोगों ने किया था गैंगरेप तो बेहोश होने पर भी करते रहे दरिंदगी, कोर्ट में आज होगा फैसला
रांची। झारखंड की राजधानी रांची शहर में पिछले साल लॉ की छात्रा के साथ हुए विभत्स गैंगरेप मामले में अदालत बुधवार को फैसला सुनाएगी। इस पूरे मामले की सुनवाई 100 दिन के भीतर की गई है। साल 2019 में 26 नवंबर को रांची के कांके इलाके के संग्रामपुर में लॉ की छात्रा का अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप किया था। इस मामले में पुलिस ने 12 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। जिनमें एक नाबालिग भी शामिल था।
बचाव पक्ष की तरफ से एक भी सबूत नहीं
नाबालिग को छोड़कर बाकी 11 आरोपितों पर बुधवार को फैसला सुनाया जाएगा। यह फैसला न्यायायुक्त नवनीत कुमार सुनाएंगे। पुलिस ने मामले में तेजी से दिखाते हुए इस मामले में 24 दिन के अंदर ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। कोर्ट में अभियोजन पक्ष की तरफ से 21 गवाह पेश किए गए। वहीं बचाव पक्ष की तरफ से एक भी गवाह नहीं आया।
आरोपितों में एक नाबालिग भी शामिल
सुनवाई के दौरान कोर्ट के सामने पीड़िता के वकील की तरफ से डीएनए टेस्ट, मेडिकल रिपोर्ट, सीसीटीवी, फुटेज, कॉल रिकॉर्ड समेत कई सबूत पेश किए गए। आरोपितों में कुलदीप उरांव, संदीप तिर्की, अजय मुंडा, राजन उरांव, नवीन उरांव, बसंत कच्छप, रवि उरांव, रोहित उरांव, सुनील मुंडा, ऋषि उरांव और एक नाबालिग शामिल है।
हथियार के बल पर कार में बिठाया फिर ले जाकर किया गैंगरेप
पीड़िता अपने दोस्त के साथ बस स्टॉप पर बैठकर बात कर रही थी। इसी दौरान ऑल्टो कार में सवार 6 युवक वहां आये और छात्रा के साथ छेड़खानी करने लगे। सभी युवक नशे में थे और उनके पास हथियार भी था। जब छात्रा के दोस्त ने छेड़खानी का विरोध किया तो उसके साथ आरोपितों ने मारपीट की। फिर छात्रा को हथियार के बल पर जबरदस्ती कार में बिठाया और गांव में मौजूद ईंट-भट्ठे के पास ले गए और बारी-बारी से रेप किया।
अपने 6 और साथियों को बुलाकर लड़की का करवाया गैंगरेप
गैंगरेप के कारण छात्रा बेहोश हो गई लेकिन फिर भी आरोपित मानें नहीं। उन्होंने फोनकर अपने 6 और साथियों को बुला लिया। इसके बाद लड़की के साथ फिर 6 लोगों ने गैंगरेप किया। बाद में जब पीड़िता को होश आया तो आरोपित उसे बस स्टॉप पर लाकर छोड़ दिए। इसके बाद सभी आरोपित फरार हो गए। पीड़ित छात्रा किसी तरह अपने दोस्त की मदद से कांके थाना पहुंची और पुलिस को घटना की जानकारी दी।