रांचीः लकवाग्रस्त पत्नी को जंगल में ले गया पति फिर हाथ-पैर बांध कर की हैवानियत
रांची। झारखंड की राजधानी रांची के मैक्लुस्कीगंज निवासी युवक ने लकवाग्रस्त पत्नी को इलाज के बहाने पलामू ले गया और बीच रास्ते में ही मौत के घाट उतार दिया। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद पति ने पत्नी के शव को जंगल में फेंक दिया। हालांकि हत्यारोपित पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने मामले की जानकारी दी।
वैद्य के पास इलाज कराने के लिए ले गया
ग्रामीण एसपी ने बताया कि मैकलुस्कीगंज थाना क्षेत्र के हेसलांग गांव निवासी उमेश प्रसाद साहू की पत्नी सीता देवी लकवा की बीमारी से ग्रसित थी। बीते 29 जून को उमेश प्रसाद साहू पत्नी को इलाज कराने के बहाने पलामू ले गया। पलामू में ले जाने के बाद उसने कहा कि आज वैद्य से मुलाकात नहीं हो पाएगी। उनसे कल मुलाकात होगी।
अगले दिन हत्या के लिए बनाया प्लान
इसके बाद उमेश प्रसाद पत्नी को लेकर छतरपुर में तौलिया चौक के पास एक लाइन होटल में ले गया, जहां खाना खाने के बाद दोनों सो गए। फिर अगले दिन 30 जून की सुबह 7 बजे उमेश प्रसाद ने पत्नी को कहा कि इलाज के लिए वैद्य जी के पास चलना है। लेकिन वह वैद्य के पास जाने की जगह पत्नी को लेकर गढ़वा रोड की तरफ आगे बढ़ा। उमेश प्रसाद ने अपनी पत्नी को गढ़वा रोड में बनपुरवा जंगल में ले गया।
हाथ-पैर बांधकर की हत्या
सुबह 7 बजे उसे शौच करने के लिए जंगल के अंदर चलने को कहा। जंगल में ले जाने बाद उसने पत्नी का हाथ पैर गमछा से बांध दिया। पत्नी लकवा ग्रस्त थी इसलिए वह उसका विरोध नहीं कर सकी। इसके बाद उमेश ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को जंगल में छिपा दिया। पुलिस ने जब उमेश प्रसाद के बारे में पड़ताल की तो पता चला कि वह अक्सर पत्नी से झगड़ता था। इस संबंध में उसकी पत्नी ने उसके विरुद्ध मैक्लुस्कीगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
पुलिस ने आरोपति पति को किया गिरफ्तार
पुलिस ने जब उमेश को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तब पता चला कि उमेश प्रसाद, पत्नी को इलाज कराने के लिए पलामू ले गया था। उसके बाद पुलिस ने जंगल से झाड़ी में छिपाए हुए उसकी पत्नी के शव को बरामद किया।
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