जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद वैष्णो देवी के पास होटल दिलाने के नाम पर ठगे 19 लाख
रांची। झारखण्ड राज्य के रांची शहर में जम्मू में स्थित वैष्णो देवी के पास होटल दिलाने के नाम पर 19 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले को लेकर शहर के अरगोड़ा थाने में एफआईआर दर्ज कराया गया है। एफआईआर रांची के कडरु पुलटोली के रहने वाले उदय रजक ने दर्ज कराई है।
वैष्णो देवी में होटल दिलाने की बात कही
शिकायतकर्ता उदय रजक ने बताया कि हरमू नगर में उनकी लॉन्ड्री की दुकान है, जहां जमेशदपुर निवासी रमण कुमार सिन्हा आकर उनके साथ बैठता था। वह बगल में एक किराए के मकान में रहता था। धार्मिक बातें करते हुए झांसे में ले लिया। इसके बाद वैष्णो देवी में एक होटल दिलाकर व्यवसाय करने की बात कही।
19 लाख रुपये ठगे
आरोपी रमण कुमार सिन्हा ने पीड़ित को बताया कि वह वैष्णो देवी स्थित होटल जगदंबा का मालिक है, जिसे 99 साल के लिए वह लीज पर दे सकता है। आरोपी की बातों में आकर उदय रजक उसके साथ फरवरी माह में कटरा गया, जहां रमण ने उसे होटल जगदंबा दिखाया। जो कि पीड़ित को काफी पसंद आया। होटल दिलाने के नाम पर उसने पीड़ित से 19 लाख रुपये ठग लिए।
पैसे ले लेने के बाद आरोपी घर छोड़कर गया
पैसे ले लेने के बाद आरोपी अचानक से घर छोड़कर चला गया। उसका फोन नंबर बंद था। इसके बाद जब पीड़ित दुबारा होटल देखने गया तो पता चला कि उस होटल का मालिक कोई और है। इसके बाद पीड़ित ने प्राथमिकी दर्ज कराई। ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित उदय रजक आरोपी रमण का पता लगाते हुए जमशेदपुर पहुंचे। वहां उन्हें पता चला कि उसका घर जमशेदपुर के बागबेड़ा हर-हर गुट्टू कुष्णापुर मोहल्ला के बड़ा तालाब के पास उसका घर है।
पहले भी कर चुका है ठगी
घर के आसपास के लोगों से जब उन्होंने आरोपी के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि वह नौकरी दिलाने के नाम पर कई बेरोजगारों से ठगी कर चुका है। पुलिस को पीड़ित ने बताया कि झांसे में आकर उसने रमण सिंह को पैसे देने के लिए पत्नी के सारे गहने बेच डाले, सगे-संबंधियों से कर्ज लिए। ठगी के बाद से आरोपी का पूरा परिवार परेशान है।