रांचीः जैक के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर दिया जा रहा है नकली प्रमाण पत्र
रांची। झारखंड में दसवीं और बारहवीं के रिजल्ट को लेकर एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। झारखंड एकेडमिक काउंसलि ( जैक ) के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर धोखाधड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है। जैक के लोगो का इस्तेमाल कर इस साइट पर मैट्रिक-इंटर का फर्जी रिजल्ट भी जारी कर दिया गया है। इसके अलावा इस फर्जी वेबसाइट पर फर्जी प्रमाण पत्र भी दिया जा रहा है। फर्जीवाड़े के मामले की जानकारी मिलते ही जैक ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
काउंसिल ने बताया कि इस फर्जी वेबसाइट पर बोर्ड का फर्जी रिजल्ट जारी किया गया है। इसमें परीथार्थियों से उनके डिटेल मांगे जा रहे हैं। जैक सचिव महीप कुमार सिंह ने बताया कि यह साइट गैरकानूनी रूप से बनायी गई है। इसके माध्यम से बिना परीक्षा देने वाले छात्रों को रोल कोड और पासवर्ड देकर प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। इसमें किसी बड़े रैकेट के जुड़े होने की आशंका है जो बच्चों को गुमराह कर रहे हैं। जैक ने इसकी जानकारी साइबर सेल के एसपी, साइबर क्राइम और नेशनल साइबर कोआर्डिनेटिंग सेंटर को दे दी है।
हिन्दुस्तान मीडिया के मुताबिक जैक के नाम पर बनाए गए इस फर्जी साइट से फर्जीवाड़ा कर देशभर के संस्थानों को गुमराह किया जा सकता है। काउंसिल के आईटी सेल के हेड कुणाल ने बताया कि ऐसी वेबसाइट खासकर उनके लिए बनाई जाती है, जिन्होंने मैट्रिक व इंटर की परीक्षा दी ही नहीं है। इस साइट में ऐसे ही लोगों का डाटा अपलोड किया जाता है। हर छात्र को रोल कोड और पासवर्ड दिया जाता है। इसका इस्तेमाल कर वे फर्जी प्रमाण पत्र निकाल सकते हैं।
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि देश के किसी भी संस्थान में नामांकन के वक्त अगर इस रोल कोड व पासवर्ड से जारी सर्टिफिकेट की जांच इस फर्जी वेबसाइट पर की गई तो वह इसे सही बता देगा। अधिकतर मामलों में नामांकन के भीड़ में भी इस तरह की जांच नहीं होती है और मूल प्रमाण पत्र देख नामांकन ले लिया जाता है। जैक ने बताया कि उसकी सही वेबसाइट जैक डॉट झारखंड डॉट जीओवी डॉट इन है। इसी वेबसाइट पर जैक मैट्रिक, इंटर, पीटीटी, मध्यमा, मदरसा, वोकेशनल, टेट, आठवीं, नौंवी, ग्यरहवीं व अन्य एकेडमिक परीक्षाएं और उनके नतीजे घोषित करता है।