झारखंड में 15 अगस्त से स्कूल नहीं जा रहीं 260 लड़कियां, पर क्यों?
जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर के इचागढ़ में एक स्कूल की 261 छात्राएं 15 अगस्त के बाद से स्कूल नहीं गईं। स्कूल से नोटिस भी आया, लेकिन लड़कियों ने ठान ली है कि जब तक प्रशासन कोई ऐक्शन नहीं लेता, तब तक वो स्कूल नहीं जायेंगी। ऐक्शन? जी हां ऐक्शन उन युवकों के खिलाफ जो रास्ते में इन लड़कियों को छेड़ते हैं।
यह मामला जमशेदपुर से 50 किलोमीटर दूर पास सरायेकेला-खरसवान के सरकारी स्कूल कस्तूरबा गांधी स्कल का है। लड़कियों की शिकायत है कि जब वो स्कूल जाती हैं तो स्थानीय लड़के उन पर कमेंट पास करते हैं, पत्थर फेंकते हैं और कई बार छेड़खानी भी कर चुके हैं।
इस बात का पता जब जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश चंद्र घोष को चला तो उन्होंने उन्होंने डिप्टी कमिशनर से मुलाकात कर हल खोजने के प्रयास किये। जिला प्रशासन ने लड़कियों की सुरक्षा और लड़कों के खिलाफ ऐक्शन लिये जाने का आश्वासन दिया है। इस आश्वासन के बाद माता-पिता अपनी बेटियों को भेजने के लिये तैयार हो गये हैं।
इसी बहाने टॉयलेट निर्माण पर हुआ फैसला
शिक्षा अधिकारी ने जब स्कूल कमेटी पर दबाव डाला और पूछा कि कहीं टॉयलेट नहीं होने के कारण तो लड़कियां स्कूल नहीं आ रही हैं। तो जवाब मिला ऐसा नहीं है। हां यह जरूर है कि स्कूल में टॉयलेट की संख्या कम है। मात्र 5 टॉयलेट हैं। स्कूल प्रशासन ने कहा कि जल्द ही पांच और शौचालयों का निर्माण किया जायेगा। साथ ही स्कूल परिसर में नया हॉस्टल भी बनाया जायेगा।