रामपुर में आजम के ऊंचे कद को बताने वाला उर्दू गेट क्यों गिराया गया?
Rampur News, रामपुर। उत्तर प्रदेश के रामपुर में बुधवार को जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जिला प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स लगाकर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की जौहर विश्वविद्यालय को जाने वाली रोड पर बने उर्दू गेट को तोड़ दिया। ये गेट अखिलेश सरकार में आज़म खान ने बनवाया था। उर्दू गेट तोड़े जाने से राजनीति माहौल गर्म हो गया है।
40 लाख में बना था गेट
समाजवादी पार्टी के यूपी की सत्ता में काबिज होने के दौरान जौहर विश्वविद्यालय का उर्दू गेट बना था, जिसे बनवाने में सरकार ने 40 लाख रुपए खर्च किये थे। बता दें कि इस गेट की लम्बाई मात्र 8 फीट थी। जिसकी वजह से इस रोड पर भारी वाहनों की आवाजाही में बंद हो गई थी। उर्दू गेट रामपुर जिले को उत्तराखंड़ से जोड़ने वाली रोड पर भारी वाहनों के लिए रुकावट पैदा करता था। इसकी शिकायत के बाद योगी सरकार ने जिला मजिस्ट्रेट को इसके निर्माण की जांच के आदेश दिए थे।
ट्रैफिक हो गया था बाधित
डीएम ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की रोड रामपुर जिले को उत्तराखंड से जोड़ती है। इसी रोड के बीच में जौहर यूनिवर्सिटी पड़ती है। इस रोड पर वाहनों का बहुत दबाव रहता है। रोड के बीच में गेट बनाकर रोड को डायवर्ट कर दिया गया था। इसका नतीजा यह हुआ कि रोड बंद हो गई और लोगों को घूमकर जाना पड़ता था। जो रूट डायवर्ट किया गया वह आबादी के बीच से जाता था, जिससे उस इलाके में हमेशा जाम लगा रहता था।
शिकायत के बाद हुई कार्रवाई
आजम खान के राजनैतिक प्रतिद्वंदी पूर्व विधायक नवाब काजिम अली खान, बीजेपी नेता आकाश कुमार सक्सेना और कांग्रेसी नेता फैसल लाला कई बार उर्दू गेट के खिलाफ पहले भी कई बार शिकायतें योगी सरकार से कर चुके थे। जिसके बाद भी सरकार ने उर्दू गेट पर जांच बैठा दी गई थी। बता दें कि तत्कालीन डीएम शिव सहाय अवस्थी द्वारा इसके निर्माण को लेकर जांच के बाद रिपोर्ट हाई कमान को भेजी गई। जिसके बाद यह गेट चर्चाओं में आ गया था। जिला प्रशासन ने आदेश मुताबिक़ बुधवार को उर्दू गेट को गिरा दिया। इस मौके पर भारी पुलिस फ़ोर्स भी तैनात की गयी।
आजम खान ने भी तुड़वाई थी इमारतें
आजम खान ने सपा शासन काल में रामपुर जिले के कई गेट, इमारतें जमींदोज करवा दी थी। यहां तक की गरीबों के आश्रय के लिए जिला अस्पताल में बना शेल्टर होम भी तुड़वाकर मलवा गायब कर दिया था।
क्या कहते है जिलाधिकारी
डीएम आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि इस गेट को सीएनडीएस ने विधायक निधि से बनाया था। इसे बनाने में किसी भी नियम का पालन नहीं किया गया। अगर किसी रोड पर स्पीड ब्रेकर भी बनाया जाता है तो इसके लिए जिला प्रशासन की अनुमति लेना जरूरी होता है लेकिन इस गेट को बनाने में कोई इजाजत नहीं ली गई।
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