आजम खान के करीबी पूर्व सीओ आले हसन कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे, पुलिस ने किया गिरफ्तार
रामपुर। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और रामपुर से सांसद आजम खान के करीबी पूर्व सीओ आले हसन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व सीओ आले हसन को पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया, जब वो रामपुर कोर्ट में सरेंडर करने जा रहे थे। बता दें कि पुलिस ने उन्हें रामपुर कलेक्ट्रेट परिसर से गिरफ्तार किया है। आले हसन पर 40 से अधिक मुकदमे दर्ज है। इससे पहले भी 20 मार्च को सीओ आले हसन ने रामपुर कोर्ट में सरेंडर किया था।
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सेवानिवृत्त सीओ आले हसन रामपुर से सांसद आजम खाने के बेहद करीबी हैं। प्रदेश में जब-जब सपा की सरकार बनी तब-तब आले हसन की तैनाती रामपुर में की गई। आले हसन जिले के कई थानों में प्रभारी रहे। सिविल लाइंस कोतवाली में लंबे समय प्रभारी निरीक्षक रहे और रामपुर के सीओ सिटी भी रहे। पुलिस विभाग से सेवानिवृत होने के बाद वह जौहर विवि के सिक्योरिटी आफीसर बन गए। सपा सांसद आजम खां के साथ कई मामलों में वह नामजद है। जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्जाने के मामले में भी आले हसन आरोपी हैं।
छह दिसंबर 2016 को गंज थाने में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक, तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन खान, ठेकेदार बरकत अली, दरोगा फिरोज खान, और सी एंड डीएस के इंजीनियर परवेज आलम ने डूंगरपुर के अबरार हुसैन के घर में घुसकर तोड़फोड़ और फायरिंग की। इस दौरान जेवरात भी लूटे गए और उनकी जान लेने की भी कोशिश की गई। यही नहीं घर पर बुलडोजर चलवा दी। पुलिस ने मामले में चारों आरोपी आले हसन खान, बरकत अली, फिरोज खान, परवेज आलम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
बता दें, पूर्व सीओ सिटी आले हसन खान के खिलाफ अब तक 40 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इससे पहले अजीम नगर थाने में जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्जाने के आरोप में 28 मुकदमे दर्ज हैं। 11 मुकदमे गंज थाने में लोगों के घर तोड़ने और लूटपाट करने के आरोप में दर्ज कराए गए हैं। रामपुर के एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा का कहना है कि घटना पुरानी है। पड़ताल के बाद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।