गुजरात: पानी को तरसे लोग, प्रशासन की लापरवाही पर भड़की महिलाओं ने फोड़ डाले कचहरी के कांच
Gujarat News , राजकोट। गर्मी शुरू होते ही गुजरात के ज्यादातर हिस्सों में पानी की कमी शुरू हो जाती है। यहां सौराष्ट्र और कच्छ में बड़ी संख्या में गांव पानी को तरस रहे हैं। इस बार तो राजकोट (जाम कंडोरणा) की तालुका पंचायत कचहरी में भी जलसंकट व्याप्त हो गया है। यहां रोड एवं गटर की भी सफाई नहीं हो पा रही। इससे गुस्साई महिलाओं ने आज जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। महिलाओं ने हाथों में पत्थर लेकर तालुका पंचायत कचहरी परिसर पर धावा बोल दिया। कांच तोड़ दिए गए। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया।
संवादाता के अनुसार, महिलाओं की विस्तरण अधिकारी के साथ तू-तू, मैं-मैं हुई थी। जिसके बाद वे उग्र हो गईं। हालांकि बाद में पंचायत के सदस्य मनोज बालधा और पुलिस मौके पर पहुंचे। तब जाकर महिलाओं को समझाया-बुझाया गया। हालांकि, महिलाओं को फ़ौरन समस्या का समाधान नहीं मिला। बताया जा रहा है कि राजकोट मेयर के वार्ड समेत वार्ड नंबर-4 में कई दिनों से पानी नहीं पहुंच रहा।
लोकसभा चुनाव 2019 से जुड़ी सभी जानकारी यहां पढ़ें
गर्मियों के बढ़ने पर पानी की किल्लत शहरों में भी होने लगी है। आज मनपा द्वारा रिपेयरिंग के बहाने से शहर के मेयर के वोर्ड समेत चार वोर्ड में रहने वाले 2 लाख लोगों को पानी नहीं दिया गया है। अलग-अलग क्षेत्रों में बारी-बारी से पानी की कटौती होने से लोगों में गुस्सा दिखाई दे रहा है। उधर, गुजरात की ही माडिया नगरपालिका की सीमा पर स्थित तालाबों के सूखने से पेयजल का संकट शुरू हो गया है। मई महीने की शुरुआत में यहां के लोग पीने का पानी कई किमी दूर से लाने लगे हैं। इसके लिए उन्हें पूरे दिन मशक्कत करनी होती है। महिलाएं-पुरुष साथ में पानी लेने जाते हैं। सामान्य दिनों में भी इस इलाके में पानी की कमी सालभर रहती है।