'हम थे ऐसे सफर पे चले...' गटर साफ करते मरे मजदूर का ये आखिरी वीडियो देख आंखों में आ सकते हैं आंसू
वडोदरा। गुजरात में वडोदरा जिले के ड़भोई में फरतीकुई गांव के पास एक होटल का गटर साफ करते 7 मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई। मरने वालों में अब मणी महेशलाल हरिजन नाम के व्यक्ति का व्यक्ति का वीडियो सामने आया है। वह वीडियो उसने हादसे से कुछ समय पहले ही टिकटॉक पर रिकॉर्ड किया था, उसमें वह एक गाना गुनगुना रहा था। गाना था, 'हम थे ऐसे सफर पे चले..'
यह गाना उसकी जिंदगी का आखिरी गीत साबित हुआ। वह काम पर चला गया था। जहां उसकी और उसके साथियों की गटर में मौत हो गई। अब लोग उसके टिकटॉक वीडियो को शेयर कर रहे हैं, जिसमें वह 'हम थे ऐसे सफर पे चले.' गीत पर एक्टिंग करता दिखा।
आखिरी गाना साबित हुआ उसकी जिंदगी का
संवादाता के अनुसार, यह वीडियो टिकटॉक के user0681438 महेश नामक अकाउंट से सामने आया है। जिसमें महेश 'हम थे ऐसे सफर पे चले, जिसकी कोई भी मंजिल नहीं..' गीत पर परफॉर्म कर रहा है। महेश की मौत के कुछ ही घंटों पहले पोस्ट किए गए इस वीडियो को उसके किसी दोस्त ने रिकॉर्ड किया था। हालांकि, उस वक़्त महेश नहीं जानता था कि, हकीकत में अपने आखिरी सफर के लिए जा रहा है।
खतरनाक दुर्गंध के कारण सभी की मौत हो गई
बता दें कि, दर्शन होटल के मालिक हसन अब्बास द्वारा देर रात को होटल की टंकी की सफाई शुरु करवाई गई। जिसके लिए उन्होंने थुवावी गांव के पिता-पुत्र समेत चार और होटल के तीन कर्मचारियों को बुलाया था। हालांकि, अंदर जाते ही एक मजदूर जहरीली गैस की वजह से बेहोंश हो गया। उसे बेहोश होता देख बाकी 6 मजदूर एक के बाद एक अंदर जाने लगे। लेकिन इस जहरीली गैस की खतरनाक दुर्गंध के कारण सभी की मौत हो गई।
लोग होटल पर पहुंच गए और आक्रोश जताया
मामले की खबर मिलते ही पुलिस और फायर विभाग के जवान मौके पर पहुंचे और 6 घंटों की मेहनत के बाद तमाम मजदूरों के शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। दूसरी ओर मजदूरों की मौत होने की जानकारी मिलते ही होटल मालिक हसन उसका बचाव करने के बदले वहां से फरार हो गया। जिसके चलते ही थुवावी गांव के लोग होटल पर पहुंच गए और आक्रोश व्यक्त किया।
इन मजदूरों की हुई थी मौत
मृतकों में थुवावी गांव के अशोकभाई बेचरभाई, उसका बेटा हितेश अशोकभाई, महेश मणीलाल और महेश रमणलाल समेत होटल के कर्मचारी अजय वसावा, विजय चौधरी और शहदेव वसावा शामिल थे। हालांकि, राज्य सरकार द्वारा मृतको के परिजनों को चार लाख का मुआवजा देने की घोषणा की गई थी। लेकिन इस मामले के जिम्मेदारों पर कोई ठोस कार्रवाई आज तक नहीं की गई है।