बछड़े को खाने के लिए 15 फीट ऊंची दीवार लांघ आया शेर, सरपंच ने पंगा लेकर बचाया
गायों को खाने रात में गौशाला में आ घुसा शेर, सरपंच ने जान पर खेल बचाया बछड़ा, देखें वीडियो
अमरेली। सासन गिर के जंगलों से अमरेली के मोटा बारमण गांव में रात को एक शेर घुस आया। शेर ने गौशाला में रह रही गायों पर हमला बोल दिया। गायों का शोर सुन गौशाला के संचालक सरपंच देवसिंहभाई वाढेर जाग गए। उन्होंने देखा कि गायें इधर-उधर भाग रही थीं और वहां शेर उनका शिकार करने पर आमदा था। शेर ने गायों के पीछे रह गए एक बछड़े को दबोच लिया था। तभी देवसिंहभाई ने 10 फीट की दूरी से शेर को ललकारा। उन्होंने एक लाठी फेंककर शेर में मारी। इससे शेर बिधुक गया और बछड़े को छोड़कर वहां से भाग गया। तब अन्य गायों की भी जान बच गई। यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इस घटना का वीडियो अब वायरल हो रहा है।
वीडियो में देखें कैसे एक सरपंच ने किया शेर का सामना
इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि सरपंच कैसे अकेले ही अपनी गौशाला की गायों को बचाने के लिए शेर को ललकार रहा है। उसकी यह हिम्मत देखकर शेर भी उसके सामने से भागने के लिए मजबूर हो गया। यह पूरा वाकया सीसीटीवी में कैद हो जाने के कारण इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
15 फीट ऊंची दीवार फांदकर घुसा था शेर, गायों मची भगदड़
संवाददाता के मुताबिक, मोटा बारमण गांव के सरपंच देवसिंहभाई वाढेर गायों की देखभाल के लिए गौशाला चलाते हैं। कल देर एक शेर रात तीन बजे 15 फीट ऊंची दीवार फांदकर गौशाला में घुसा। जिसके चलते यहां पर स्थित गाय-बछड़ों में भगदड़ मच गई। शोर के कारण देवसिंहभाई नींद से जग गए और तुरंत ही उन्होंने इस गौशाला के दोनों दरवाजे खोल दिए। जिससे गायों को भागने में आसानी हो सके, लेकिन इसी दौरान शेर ने एक पांच साल के छोटे बछड़े को पकड़ लिया।
..और फिर डरकर भाग गया जंगल का राजा
बछड़े को शेर के चंगुल में फंसता देख देवसिंहभाई ने गुस्से में आकर एक डंडा उठाया और बछड़े को छुड़ाने शेर के सामने खड़े हो गए। शेर के कुछ समझने से पहले ही उन्होंने डंडे को शेर के ऊपर फेंका। अचानक फेंके गए डंडे से जंगल का राजा शेर डर गया। वह बछड़े को छोड़कर वहां से भाग गया। अब यह घटना न सिर्फ अमरेली में, बल्कि जहां-जहां के लोग ये वीडियो देख रहे हैं, सभी देवसिंहभाई की बहादुरी की प्रशंसा कर रहे हैं।
यहां गांवों में आते रहते हैं शेर
बता दें कि, सासन गिर के जंगलों से आबाद क्षेत्र के काफी नजदीक होने के कारण शेर-तेंदुओं का यहां आ जाना आम है। इस वजह से यहां गांवों में शेरों का आना लोगों के लिए किसी बड़े खौफ जैसा नहीं होता। अन्य राज्यों के लोगों के मुकाबले यहां के लोग जंगली जीवों से कम डरते हैं।
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