गुजरात: शेरनी ने एक साथ 4 शावकों को जन्म दिया, 10 दिनों में यहां जन्मे 21 शेर, VIDEO
राजकोट। कोरोना वायरस के संक्रमण की खबरों के बीच वन्य प्रेमियों के लिए अच्छी खबर हैं। राज्य के जूनागढ़ स्थित प्राचीन सक्करबाग प्राणी संग्रहालय (जूलॉजिकल पार्क) में एक शेरनी ने 4 शावक जन्मे हैं। विगत 8 अप्रैल को इसी चिड़ियाघर में 2 शेरनियों ने 8 शावकों को जन्म दिया था। इससे पहले 6 अप्रैल को भी 6 और शावक पैदा हुए थे। संवाददाता के अनुसार, बीते 10 दिनों में इसी प्रकार जूनागढ़ व अमरेली में 21 शेर-शेरनियों का जन्म हुआ है।
शेरनी डी-4 और त्राकुडा शेर की ब्रीडिंग
सक्करबाग जूलॉजिकल पार्क के अधिकारी ने बताया कि, पिछले कुछ दिनों से इस जूलॉजिकल पार्क में लगातार कई शेरनी शावकों को जन्म दे रही हैं। यहां शेरनी डी-4 और त्राकुडा शेर की ब्रीडिंग से नए शावकों ने जन्म लिया है। शेरनी पूरी तरह स्वस्थ है, सीसीटीवी से भी नजर भी रखी जा रही है। वहीं, शेर की खुराक में वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि, कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति को देखते हुए इस बार गुजरात के गिर जंगल इलाके में एशियाई शेरों की गिनती की जा सकती है। यह गिनती अगले माह 15 मई से प्रस्तावित है।
150 साल पुराना प्राणी संग्रहालय है यह
मालूम हो कि, सक्करबाग जूलॉजिकल पार्क जूनागढ़ का लगभग 150 साल पुराना प्राणी संग्रहालय है, जिसे जूनागढ़ के नवाब मोहब्बत खान ने बनवाया था। इसे सक्करबाग चिड़ियाघर या जूनागढ़ चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है।
वर्ष 1863 में खुला था यह चिड़ियाघर
यहां 84 हेक्टेयर का चिड़ियाघर है, जो 1863 में खोला गया था। यह चिड़ियाघर भारतीय और अंतरराष्ट्रीय संकटग्रस्त वन्यजीव प्रजातियों की शरणगाह बना हुआ है।
झोपड़ी के बाहर किसान के बच्चे ने गुर्राते देखे 2 शावक, उनसे खेलने लगा, तभी शेरनी आई और खा गई..!