भारत-पाक सीमा पर फौजी आरिफ पठान शहीद, कश्मीर से आया फोन- उन्हें सीने पर गोली लगी है
वडोदरा। गुजरात के वडोदरा जिले के रहने वाले आरिफ पठान जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गए। आरिफ 18-राइफल बटालियन का हिस्सा थे। वह नवायार्ड स्थित रोशन नगर के रहने थे। उनकी उम्र महज 24 वर्ष थी। सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान बॉर्डर पर हुई क्रॉस फायरिंग में उन्हें सीने पर गोली लगी थी। तीन साल पहले आरिफ की पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में हुई थी।
सुबह 8 बजे आया घर फोन
आरिफ के भाई ने संवाददाता को बताया कि सुबह 8 बजे हमारे पास फौजियों के कैंप से फोन आया। हमें बताया गया कि आरिफ के सीने पर गोली लगी हैं। उसके बाद 10 बजे दोबारा फोन आया और बताया गया कि उनकी मृत्यु हो गई है।' आरिफ जम्मू-कश्मीर के उधमपुर स्थित अखनूर बॉर्डर पर तैनात था।
पाकिस्तान की फायरिंग का जवाब दे रहे थे आरिफ
सोमवार की सुबह पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग हुई। आरिफ ने जवाबी फायरिंग की, तभी उन्हें सीने में गोली लगी। उपचार के लिए उन्हें फ़ौरन आर्मी अस्पताल भेजा गया, लेकिन वहां पर मौजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मंगलवार सुबह साथी जवानों द्वारा आरिफ को सलामी दी गई। उनका पार्थिव शरीर देर रात वडोदरा लाया गया। जहां इस वीर जवान को श्रद्धांजलि देने बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। एयरपोर्ट पर ही लोगों ने 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' और 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए।
2 जवानों के शव गुजरात लाए गए
बताया जा रहा है कि अब बुधवार को जोहर की नमाज के बाद शहर के रोशननगर से लेकर गोरवा डी-केबिन कब्रिस्तान तक शहीद जवान की अंतिमयात्रा निकाली जाएगी। बाद में शहीद को सुपुर्द ए खाक करने की रस्म अदा की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि आरिफ के साथ ही महेसाणा का एक जवान भी शहीद हुआ है। जिसके चलते दोनों के पार्थिव शरीर जम्मू से दिल्ली पहुंचाए गए थे। बाद में महेसाणा होकर आरिफ का पार्थिव शरीर वडोदरा पहुंचा।
Vadodara's Arif Pathan, a young soldier in the Indian Army was martyred in a ceasefire violation by Pakistani forces along the LoC in J&K. He was serving army for the last 4 years. Salute to the bravery of armed forces. His mortal remains to be brought back to Vadodara tomorrow.
— Yusuf Pathan (@iamyusufpathan) July 22, 2019