घूमने निकलीं 3 छात्राओं ने परिजनों को सुनाई अपहरण की झूठी कहानी, ऐसे खुली पोल
Gujarat News, राजकोट। शहर की विधांजली स्कूल की तीन छात्राएं शाम को समय पर घर नहीं लौंटी तो परिजनों को टेंशन हुई। सभी के परिजन उन्हें खोजने में जुट गए। न सिर्फ स्कूल के आसपास बल्कि उनकी सहेलियों के घर के चक्कर भी काटे। मगर, उनके बारे में कुछ पता नहीं चल पाया। परिजनों को लगने लगा कि उनकी बेटियां अपहृत कर ली गई हैं। करीब 4 घंटे बाद रात को 9 बजे उनमें से एक छात्रा का फोन आया, उसने उन तीनों के पीपरवाड़ी क्षेत्र में होने की जानकारी दी। जिसके चलते परिजन वहां दौड़ गए।
परिजनों को देखते ही तीनों छात्राएं जोर-जोर से रोने लगीं। चार नकाबपोश शख्सों द्वारा उनका अपहरण का प्रयास होने की बात बताई। साथ नकाबपोशों द्वारा बेहोश किए जाने के कारण सही जगह याद न होने की जानकारी भी दी। कहा कि किसी कारणवश नकाबपोशों ने उन्हें यह बात किसी को न बताने की धमकी देकर छोड़ दिया।' तीनों की बात सुनकर घबराए परिजन पुलिस के पास दौड़ गए।
तीनों बेटियों की बात सुनकर आजीडेम पुलिस पीआई एन. पी. वाघेला अपनी टीम के साथ फौरन उनके साथ गए। वहां भी छात्राओं ने परिजनों को बताई सारी बातें दोहराई। साथ ही अपहरणकर्ताओं के काले कांच वाली कार में सवार होने की बात भी कही। पड़ताल के लिए पुलिस ने उन जगहों के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जहां से उन छात्राओं ने अपहरण किए जाने की बात कही थी। मगर, पुलिस द्वारा की गई जांच में कोई ऐसी घटना घटी होने के सुबूत नहीं मिले।
जिसके बाद मामला क्राईम ब्रांच पीआई एच एम गढ़वी के पास पहुंचा। लगभग रात के एक बजे तक जांच करने के बाद आखिरकार तीनों को फिर समझा-बुझाकर हकीकत बताने को कहा गया। जिसमें तीनों ने बताया कि, वह स्कूल से सीधा घूमने निकल गईं थीं। वापस लौटने में देर होने की वजह से तीनों ने अपहरण की स्टोरी बनाई। जिसके बाद पुलिस के सिपाही आग-बबूला होने लगे। हालांकि, परिजनों के निवेदन पर उन सबको जाने दिया।
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