'छोटे सरदार' विठ्ठल रादड़िया का 61 साल की उम्र में निधन, PM मोदी और CM रुपाणी ने श्रद्धांजलि दी
राजकोट। गुजरात के पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद व जाने-माने सहकारी नेता विठ्ठल रादड़िया का सोमवार को निधन हो गया। वह 61 साल के थे। लंबे समय से बीमार चल रहे थे। विठ्ठल के पुत्र तथा गुजरात सरकार के मौजूदा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री जयेश रादड़िया ने उनके निधन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके पिता का अंतिम संस्कार कल राजकोट जिले में उनके पैतृक शहर जाम कंडोरणा में किया जायेगा।
सीएम रुपाणी एवं पीएम मोदी ने शोक प्रकट किया
वहीं, विट्ठलभाई के निधन की सूचना मिलने पर सीएम रुपाणी एवं पीएम मोदी ने शोक प्रकट किया। कांग्रेस-भाजपा के कई नेता ट्वीट करने लगे। जयेश रादड़िया के मुताबिक, कल सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक विठ्ठल की लाश को अंतिम दर्शन के लिए जामकंडोरणा स्थित कन्या छात्रालय में रखा जाएगा। दोपहर 1 बजे जामकंडोरणा स्थित निवास स्थान से उनकी अंतिमयात्रा निकाली जाएगी।
सौराष्ट्र में 'छोटे सरदार' कहा जाता था
विठ्ठल रादड़िया को सौराष्ट्र में 'छोटे सरदार' कहा जाता था। वह बीए तक पढ़े थे। किसान होने के साथ-साथ वह समाज सेवा भी करते थे। राजनीति में प्रवेश लेने के बाद उन्होंने किसानों के लिए कई काम किए, जिनके चलते वह किसान नेता के रूप में पहचाने जाने लगे। भाजपा हो या कांग्रेस विठ्ठलभाई सभी पक्ष में रहकर चुनाव जीते।
मोदी से प्रभावित होकर ज्वॉइन की थी भाजपा
उनका पाटीदार समुदाय में भी काफी वर्चस्व रहा। कुछ साल पहले पीएम मोदी की विचारधारा से प्रभावित होकर वह भाजपा में जुड़े थे। उनके बेटे जयेश रादडिया रुपाणी सरकार में मंत्री का कार्यभार संभाल रहे हैं।