PM मोदी क्या अब यहां से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव? सौराष्ट्र भाजपा के दिग्गज नेताओं ने दिए ऐसे जवाब
Gujarat News in hindi, राजकोट। लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों में प्रमुख चेहरों की सीटों को लेकर गहमागहमी शुरू हो गई है। गुजरात में भाजपा के दिग्गज नेताओं नरहरी अमीन, बाबु जेबलिया और जयाबेन ठक्कर ने अपनी उपस्थिति को लेकर कई सवालों के जवाब दिए हैं। जहां बाबु जेबलिया ने राजकोट का जिक्र किया तो लोगों ने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तो यहां से चुनाव लड़ सकते हैं? तब बाबु जेबलिया ने कहा कि भाजपा के पास कई दिग्गज नेताओं की फौज है। प्रधानमंत्री को यहां से चुनाव लड़ने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी।
अब राजकोट सीट के चर्चे, पहले इन दो सीटों पर लड़े मोदी
बता दें कि 2014 के चुनाव में नरेंद्र मोदी ने दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था। जिनमें एक सीट थी गुजरात की वडोदरा और दूसरी यूपी की वाराणसी लोकसभा सीट। तब नरेंद्र मोदी दोनों सीटों पर चुनाव जीते थे। मोदी ने वडोदरा में 5,70,128 वोटों से जीत हासिल की थी। वडोदरा के अलावा उन्होंने काशी में केजरीवाल को 3 लाख वोटों से हराया था। हालांकि, बाद में नरेंद्र मोदी को वडोदरा सीट खाली करनी पड़ी, क्योंकि नियम के मुताबिक कोई सांसद एक ही सीट पर बने रह सकता है। जिसके बाद वडोदरा के लिए उपचुनाव हुए। उपचुनाव में भी भाजपा ही जीती। भाजपा की ओर रंजन भट्ट विजयी हुई थे। अब क्योंकि, इस बार यहां रंजन को टिकट नहीं दी जा रही तो मधुभाई का नाम उछाला जाने लगा है।
कई नेताओं के नाम उछाले जा रहे, असमंजस में पार्टी
राजकोट से चुनाव लड़ेंगे कौन, इस पर कार्यकर्ताओं में असमंजस बरकरार है। वहीं, कुछ नेताओं ने बताया कि 16 मार्च के दिन इस पर स्थिति स्पष्ट होगी। बहरहाल, पीएम मोदी द्वारा लोकसभा चुनाव राजकोट से लड़े जाने की बात को लेकर भी चर्चा हो रही हैं। बाबु जेबलिया ने कहा था कि ये बातें महज अफवाह हैं कि मोदी यहां से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, नरहरी अमीन के मुताबिक, कहां से चुनाव लड़ना है यह प्रधानमंत्री का अंगत निर्णय है। लेकिन मेरा मानना है कि, अगर ऐसा होता है तो ना सिर्फ राजकोट बल्कि पूरे सौराष्ट्र में भाजपा को इसका लाभ मिलना निश्चित है।
क्या होगा यदि मोदी फिर लड़ें राजकोट से चुनाव?
पिछले चुनावों में वर्तमान सांसद मोहनभाई कुंडारिया को टिकट मिलते ही आंतरिक घर्षण हुआ था। इतना ही नहीं राजकोट भाजपा के कार्यालय को ही बंद कर दिया गया था। सेन्स के दौरान भी कुंडारिया को ही फिर से मौका देने की बातें हुईं तो स्थानिक नेता नाखुश नजर आए थे। प्रधानमंत्री मोदी अपना पहला चुनाव राजकोट से लड़ चुके हैं। ऐसे में अगर मोदी यहां से लड़ते हैं तो न सिर्फ राजकोट बल्कि जूनागढ़, जामनगर समेत पूरे सौराष्ट्र में इसका लाभ मिलना तय है।