गुजरात में टैंपो-वैन वाले हड़ताल पर, बच्चे लेट न हों इसलिए अपने वाहनों से उन्हें स्कूल ले गए सिपाही
वडोदरा। गुजरात में पुलिसकर्मियों ने जिस तरह बच्चों को उनके घर से स्कूल तक छोड़ा, उनके उन प्रयासों की सराहना हो रही है। महिला एवं पुरुष दोनों तरह के पुलिसकर्मी अपने-अपने वाहनों के जरिए बच्चों की पढ़ाई कराने के लिए बिना देरी किए आगे आए थे। दरअसल, अहमदाबाद में चलती स्कूल वैन से 3 बच्चे नीचे गिर गए थे। यह केस सामने आने के बाद पूरे राज्य में सेफ्टी नियमों का पालन करवाने के लिए पुलिस और आरटीओ द्वारा सघन चेकिंग शुरू कर दी गई थी। पुलिस और आरटीओ की इस कोशिश के विरुद्ध शहर के स्कूल वैन और रिक्शा चालकों ने हड़ताल शुरु कर दी। स्कूल वाहन चालकों की इस दादागीरी का पुलिस द्वारा अनूठा जवाब दिया गया। यहां वडोदरा ट्रैफिक पुलिस ने विद्यार्थियों को उनके घरों से लिफ्ट देकर स्कूल पहुंचाया।
पुलिस ने विद्यार्थियों को उनके घरों से लिफ्ट दे स्कूल पहुंचाया
ट्रैफिक एसीपी के मुताबिक, सरकारी परिपत्र के तहत सभी नियमों का पालन स्कूल वाहन चालकों को भी करना पड़ेगा। ऐसे में हमने जब चेकिंग शुरू की तो वाहन चालक हड़ताल करने लगे। ऐसे में आज 41 पुलिस वाहन, 62 बाइक और 10 सरकारी जीप की मदद से 92 पुलिसकर्मीयों द्वारा 250 से ज्यादा छात्रों को उसके घर से स्कूल पहुंचाया गया है। स्कूल वाहन चालकों की हड़ताल चलने तक आगे भी यह सिलसिला जारी रखा जाएगा।
चलती स्कूल वान से तीन छात्र नीचे गिर जाने की घटना
पुलिस को अक्सर शिकायत मिलती रही हैं कि स्कूल वाहन में नियमों का उल्लंघन कर बड़ी संख्या में छात्रों को बिठाया जाता है। जिससे दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ती है। दो दिनों पहले अहमदाबाद में ही एक चलती स्कूल वान से तीन छात्र नीचे गिर जाने की घटना सामने आई थी। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया है और पूरे राज्य में कड़ी जांच की जा रही है। पुलिस और आरटीओ की इस कार्रवाई के विरोध में स्कूल वाहन चालकों द्वारा हड़ताल की घोषणा की गई है।
कार्रवाई के विरोध में स्कूल वाहन चालकों की हड़ताल
बता दे कि, स्कूल वान में नियमो का उल्लंघन कर बड़ी संख्यामें छात्रों को बिठाया जाता है। जिससे दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ती है। दो दिनों पहले अहमदाबाद में ही एक चलती स्कूल वान से तीन छात्र नीचे गिर जाने की घटना सामने आई थी। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया है और पूरे राज्य में कड़ी जांच की जा रही है। पुलिस और आरटीओ की इस कार्रवाई के विरोध में स्कूल वाहन चालकों द्वारा हड़ताल की घोषणा की गई है।
कब तक चलेगी हड़ताल ये चिंता का विषय
आमजन को उम्मीद है कि जल्द ही स्कूल वाहन चालकों द्वारा की जा रही हड़ताल रुकेगी और उनका प्रशासन से समन्वय बनेगा। मगर, हड़तालकर्मियों को देखकर ऐसा नहीं लग रहा है।