शादी रचाने कराची से गुजरात आया दूल्हा, कहा- वहां के ढेर सारे हिंदू हिंदुस्तान में बसना चाहते हैं
राजकोट। भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर का अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान आग बबूला हो गया। जिसके चलते दोनों देशों में तनाव व्याप्त है। पाक हुकूमत ने भारत के खिलाफ जिहाद की धमकी दी है। साथ ही सीमा पार से बड़ी संख्या में आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। इस तनातनी के बीच पाकिस्तान में रह रहे हिंदू अल्पसंख्यक भी आशंकित हैं। कराची से आए कुछ दूल्हों ने गुजरात में अपने यहां के हालात बयां किए हैं।
'पाकिस्तान में हिंदुओं के लिए चैन की जिंदगी जीना मुश्किल'
कराची से आए दूल्हे अनिल माहेश्वरी का कहना है कि विभाजन के दौरान जो हिंदू पाकिस्तान में रह गए थे, उनमें से ज्यादातर भारत में बसना चाहते हैं। हिंदुओं को वहां बहुत परेशान किया जाता है। ऐसे में हमें वहां रहना कठिन लगता है। वहां पैसा तो कमाया जा सकता है, लेकिन चैन की जिंदगी की कमी खलती है।''
कराची से राजकोट आए हिंदू जोड़े
बता दें कि, पाकिस्तान के कराची से दो हिंदू जोड़े इस हफ्ते के शुरू में कराची से गुजरात आए। शनिवार को उनकी राजकोट में शादी हुई। उनकी शादी राजकोट माहेश्वरी समाज ने कराईं। दोनों ही युगल माहेश्वरी समाज के हैं।
'90 से अधिक जोड़ों की शादी कराई'
इस मौके पर राजकोट माहेश्वरी समाज के युवा अध्यक्ष भवेश माहेश्वरी ने कहा कि हम पाकिस्तान के 90 से अधिक जोड़ों की शादी कराने और उन्हें भारत में बसने में मदद कर चुके हैं। जिनमें से ज्यादातर कराची के थे।'
'पाकिस्तानी हिंदू वीजा लेकर हिंदुस्तान में रह रहे'
बकौल भवेश माहेश्वरी, ''हाल ही जिन युगलों ने शादी रचाई, उनकी योजना भारत में ठहरने की है। पाकिस्तानी हिंदूओं का कहना है कि वे वीजा बढ़वाकर यहीं (भारत में) रहना चाहते हैं।''
'कराची में रहते हैं 3000 माहेश्वरी परिवार'
''करीब 3000 माहेश्वरी परिवार कराची में रहते हैं। उनमें से ज्यादातर भारत के लिए दीर्घकालिक वीजा हासिल करते हैं और उसका नवीकरण कराते रहते हैं।''