VIDEO: अमित शाह की रैली में आई महिला बोली- वोट तो हमारा कांग्रेस को ही जाएगा
Gujarat News in Hindi, अहमदाबाद। भाजपा (Bharatiya janata party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने लोकसभा चुनाव (general election 2019) के लिए गांधीनगर सीट से प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरा है। इससे पहले शनिवार को उन्होंने अहमदाबाद से गांधीनगर के लिए रोड शो निकाला और जनसभा संबोधित कीं। रोड शो के दौरान बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं भी शाह को देखने आईं, लेकिन जब पूछा गया कि क्या वे उन्हें वोट देंगी? तो वृद्ध महिला जवाब था- वोट तो हमारा कांग्रेस को ही जाएगा।
इस पर फिर उनसे पूछा गया कि शाह की रैली में आने के बावजूद कांग्रेस को वोट देंगी? तो उन्होंने कहा कि हमारा वोट पहले भी कांग्रेस को जाता था, अब भी कांग्रेस को देंगी। बता दें कि इन महिलाओं ने भगवा प्रतीक भी पहन रखे थे, बावजूद इसके वे भाजपा से नाराज दिखीं। गंगाबेन नाम की सोलापुर की रहने वाली महिला ने बताया कि लोग नाराज चल रहे हैं।
शाह बोले— इस बार भी सभी 26 सीटें भाजपा जीतेगी
वहीं, शाह ने रोड शो में कहा कि इस बार भी भाजपा गुजरात में सभी 26 सीटों पर जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि गुजरात में भाजपा ने बहुत अच्छे काम किए।' किंतु, जिन महिलाओं से पूछा गया उनसे जवाब कुछ और ही मिला। दूसरी ओर सौराष्ट्र के जामनगर में भी 20 गांवों के किसानों ने तो यहां तक दिया कि वो इस बार वोट ही नहीं डालेंगे।
किसानों ने टांगे पोस्टर— इस बार नहीं डालेंगे वोट
इन किसानों की मानें तो सरकार किसानों के मोर्चे पर फेल रही। सूखाग्रस्त इलाकों में किसानों की हालत खस्ताहाल है। उन किसानों ने पोस्टर्स के जरिए यह भी एलान किया कि वे राजनेताओं को वोट मांगने ही नहीं आने देंगे। गांवों के विभिन्न स्थानों पर पोस्टर्स में साफ कहा गया है कि वोटों के लिए उनके यहां नहीं आएं। हालांकि, पोस्टर्स में कांग्रेस के लिए समर्थन भी नहीं किया गया।
हार्दिक पटेल को शाह के सामने उतारना चाहती थी कांग्रेस
इधर, हाईकोर्ट ने पाटीदार लीडर हार्दिक पटेल के चुनाव लड़ने की उम्मीदों को झटका दे दिया। चुनाव लड़ने की मांग करती उनकी याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। इसके लिए भी कांग्रेस ने भाजपा सरकार को ही दोषी ठहराया है। कांग्रेस के नेता ललित कगथरा ने कहा कि मोदी ने लोकशाही खत्म कर दी है। कांग्रेस हार्दिक को अमितशाह के सामने उतारने की बात कह रही थी। यदि हार्दिक पटेल को अमितशाह के सामने चुनाव लड़ाया जाता तो कांग्रेस को को उम्मीद थी कि हार्दिक के सामने शाह की मुश्किलें बहुत बढ़ जातीं। हालांकि, कुछ केसों की वजह से हार्दिक की राह आसान नहीं रह गई। मगर, वोटरों की नाराजगी भाजपा सरकार के लिए भारी पड़ सकती है।