गुजरात में पकड़े गए IS आतंकियों के राज उगलवाएगी NIA, बगदादी के लिए फेसबुक पर बना था नेटवर्क
Gujarat News in Hindi, राजकोट। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इस्लामिक स्टेट के आतंकी मुक्ति अब्बास समी को धर दबोचे जाने के बाद अब राजकोट की जेल में बंद दो आतंकियों को इंटेरोगेट किया जाएगा। ये दोनों आतंकी वर्ष 2017 में शहर के नहेरुनगर क्षेत्र से एटीएस द्वारा पकड़े गए थे। इनके नाम वसीम और नईम रामोडिया हैं और फिलहाल दोनों को सेन्ट्रल जेल में रखा गया है। एनआईए अधिकारियों के मुताबिक, टीम 3 जून को राजकोट आ रही है और 7 जून तक इन आतंकियों से पूछताछ होगी।
बगदादी की स्पीच को कई राज्यों में कराया था शेयर
खूफिया सूत्रों से पता चला कि आतंकी मुक्ति अब्बास समी ने लोगों को ब्रेनवॉश करने के लिए कई वीडियो प्रसारित किए थे। उसने आईएस के मुखिया अबु बकर उर्फ अबु बगदादी की स्पीच के वीडियो गुजरात, महाराष्ट्र और यूपी समेत राज्यों में भिजवाए। साथ ही वीओआईपी (voice over IP) द्वारा पाकिस्तान और सऊदी अरब में बात भी की गई। एनआईए को लगता है कि वसीम और नईम की उस कांड में बड़ी भूमिका है। अब दोनों से राज उगलवाने के लिए एजेंसी फिर पूछताछ करेगी।
गुजरात में ऐसे पकड़े गए थे आतंकी
एटीएस को जानकारी मिली थी कि राजकोट के नेहरू नगर में रहने वाले दो मुस्लिम वसीम और नईम रामोडिया आईएस के मेंबर हैं। जिसके बाद छापा मारा गया। छापे में दोनों के पास से बम बनाने की सामग्री मिली, जिसमें 90 ग्राम गन पाउडर और 9 वोल्ट की बैटरी भी बरामद की गई। उन्होंने कुबूला कि वे दोनों सगे भाई हैं।
फेसबुक के जरिए गतिविधियों में संलग्न थे
दोनों आतंकियों ने एटीएस द्वारा की गई पूछताछ में बताया था कि हमारा शहर के गुंदावाड़ी क्षेत्र में ब्लास्ट करने का प्लान था। दोनों ने पहले एक दुकान में आग लगाने का प्रयास भी किया था। सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थान चोटिला में रेकी करने की बात भी दोनों ने स्वीकारी। हालांकि, वे जल्द ही सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर आ गए। उन्होंने फेसबुक के जरिए अपनी आतंकी गतिविधियां संचालित की हुई थीं। इसी के जरिए वे अपनी खूंखार प्रवृति में लीन रहते थे। एक पेज पर जब सुरक्षा एजेंसी की नजर पड़ी तो उनकी पहचान हो गई। जिसके बाद दोनों को धर दबोचा गया।