गुजरात के राजकोट में श्रमिकों का हंगामा, प्राइवेट वाहनों में तोड़फोड़ कर पुलिस-पत्रकार पर पथराव
राजकोट। सरकार द्वारा लॉकडाउन के बीच स्पेशल ट्रेनें चलाकर श्रमिकों को उनके घर भेजा जा रहा है। इसी बीच राजकोट के शापर में 500 से ज्यादा श्रमिकों ने हंगामा कर दिया था। इस दौरान श्रमिकों ने न सिर्फ प्राइवेट वाहनों में तोड़फोड़ की, बल्कि पुलिस व पत्रकारों पर पथराव भी किया। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस काफिला मौके पर पहुंचा और एसपी बलराम मीणा ने लोगों को समझाकर मामला शांत किया। इस दौरान एसपी को भी पत्थर लगा।
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ट्रेनें रद्द होने की फैली अफवाह
जानकारी के मुताबिक, रविवार को राजकोट से उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए 3 ट्रेनें रवाना होने वाली थीं, लेकिन सुबह तक प्रशासन द्वारा कोई सूचना नहीं मिलने पर श्रमिकों में ट्रेनें रद्द होने की अफवाह फैल गई। जिसके चलते गुस्साए श्रमिक हाइवे पर आ गए और वहां से गुजरने वाले प्राइवेट वाहनों में तोड़फोड़ करने लगे। इस दौरान कवरेज कर रहे पत्रकार व पुलिसकर्मियों पर भी श्रमिकों ने पथराव करना शुरू कर दिया था। इसी कारण अन्य जिलों की पुलिस बुलानी पड़ी।
एसपी ने श्रमिकों को समझाकर किया शांत
हालांकि,
एसपी
बलराम
मीणा
भी
मौके
पर
पहुंच
गए
और
सभी
श्रमिकों
को
इकठ्ठा
कर
समझाने
लगे।
उस
समय
भी
किसी
ने
एसपी
पर
पत्थर
फेंका,
लेकिन
खुद
चोटिल
होने
के
बावजूद
मीणा
ने
श्रमिकों
को
वतन
में
पहुंचाने
के
लिए
जल्द
ही
जरूरी
कार्रवाई
करने
का
आश्वासन
दिया
था।
जिसके
चलते
मामला
शांत
हुआ
है।
हालांकि,
किसी
भी
अनिच्छनीय
घटना
को
रोकने
पूरे
इलाके
में
पुलिस
का
चुस्त
बंदोबस्त
तैनात
किया
गया
है।
गैरकानूनी
काम
करने
वालों
पर
कानूनी
कार्रवाई
करने
की
चेतावनी
एसपी
ने
दे
दी
है।
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