रात में मां ने देखा- 4 साल की बेटी को मुंह में दबाकर ले जा रहा था खतरनाक जानवर, नहीं बचा पाई उसे
भावनगर। गुजरात में तलाजा के राजपरा गांव में मां की पास सो रही एक बच्ची को तेंदुआ लेकर भागने लगा। मां को पता चल गया। उसने शोर मचाया तो बाकी परिजन भी जाग गए। वे तेंदुए की ओर दौड़े। जिससे हड़बड़ाहट में तेंदुआ बच्ची को छोडकर भाग गया। परिजनों ने बच्ची को उठाकर देखा पता चला कि तेंदुए ने उसके गले और सीने दांत व नाखून घोंप दिए थे। परिजन बच्ची को लेकर अस्पताल गए, मगर उपचार मिलने से मिलने ही उसकी मौत हो गई।
संवाददाता के अनुसार, राजपरा गांव में काफी दिनों से तेंदुए के हमले की खबरें आ रही हैं। कल देर रात गांव में तेंदुआ फिर घुस आया था। तेंदुए ने माता के साथ सो रही 4 साल की बच्ची पर हमला कर दिया। वह उस मासूम को लेकर भागने लगा। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर मां को पता चल गया तो तेंदुए को बच्ची को छोड़कर भागना पड़ा। यह घटना रात को एक बजे की है। बच्ची का नाम विश्वा था। परिजन उसे दर्द से तड़पता देख अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन वहां उपचार मिलने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
बच्ची के माता-पिता तलाजा के राजपरा गांव के खेतों में मजदूरी का काम करते हैं। उनकी पहचान लक्ष्मणभाई भील के रूप में हुई। वह परिवार के साथ खेतों में सो रहे थे। तभी रात को एक बजे तेंदुआ वहां आया था। उन्होंने तेंदुए को भगाने की कोशिश की। तेंदुए के जाते ही परिजन विश्वा को ढूंढने लगे। तभी अचानक पिता लक्ष्मणभाई के पैर से एक चीज टकराई। गौर से देखने पर वह उनकी बेटी विश्वा थी, जो कि दर्द से तड़प रही थी। बच्ची को नौंच खाने की घटना की जानकारी मिलते ही वनतंत्र की टीम पहुंची और तेंदुए को पकड़ने में जुट गई।
चीन से MBBS करके आई विवाहिता को घर में पिता ने पाया बेहोश, इंजेक्शन लगाकर खुदकुशी के संदेह